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यूडीआरएस का रियल टेस्ट नॉकआउट में

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नई दिल्ली , मंगलवार, 22 मार्च 2011 (18:47 IST)
विवादास्पद अंपायर फैसला समीक्षा प्रणाली (यूडीआरएस) को विश्वकप में एक महीना गुजर चुका है और इस दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने जहाँ इसका बचाव किया है वहीं खिलाड़ियों ने इसकी आलोचना में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

आईसीसी विश्वकप में यूडीआरएस के प्रयोग को लेकर खासी उत्साहित है और उसका कहना है कि तकनीक के इस्तेमाल से विश्वकप में अंपायरिंग फैसलों की सटीकता में सात प्रतिशत से अधिक का सुधार आया है।

लेकिन हर कोई यूडीआरएस से संतुष्ट नहीं है। दुनिया की सबसे समृद्ध क्रिकेट संस्था भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) तो यूडीआरएस के सख्त खिलाफ है। भारत-इंग्लैंड के बीच टाई हुए मैच में इयान बेल को साफ पगबाधा आउट होने के बावजूद रेफरल में नॉटआउट दिए जाने के बाद बीसीसीआई के सचिव एन श्रीनिवासन ने आईसीसी के मुख्य कार्यकारी हारून लोर्गट को एक सख्त पत्र लिखकर कहा था कि इस घटना ने यूडीआरएस की कमियों को उजागर कर दिया है।

भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने यूडीआरएस को तकनीक का मानवीय सोच के साथ घालमेल करार दिया था। भारत की इस नाराजगी के बाद आईसीसी को रेफरल के ढाई मीटर दूरी वाले नियम के बारे में स्पष्टीकरण देना पड़ा था।

आयरलैंड के कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड तो श्रीलंकाई अंपायर अशोका डीसिल्वा द्वारा उनके बल्लेबाज गैरी विल्सन को पगबाधा आउट देने से बेहद खफा हो गए थे। टीवी रीप्ले के मुताबिक गेंद ऑफ स्टंप से बाहर जा रही थी लेकिन डी सिल्वा ने अपना फैसला बदलने से इन्कार कर दिया। डीसिल्वा को नॉकआउट क्वार्टर फाइनल में कोई भूमिका नहीं दी गई है।

धोनी के मामले में आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक डेव रिचर्डसन ने भारतीय कप्तान की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें नियमों से वाकिफ होने की सलाह दे डाली थी जबकि आयरलैंड के कप्तान के मामले में आईसीसी ने उन्हें कड़ी फटकार लगा दी थी।

हालाँकि तकनीक का इस्तेमाल अंपायर के फैसलों में सटीकता लाने के लिए किया जा रहा है मगर सभी टीमें यूडीआरएस से अभी तक पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं। हॉट स्पॉट तकनीक के बिना यूडीआरएस कुछ अधूरा नजर आ रहहै।

न्यूजीलैंड ने भी इस प्रणाली पर उस समय सवाल उठाया था जब नाथन मैकुलम ने श्रीलंका के माहेला जयवर्द्धने को अपनी ही गेंद पर लपक लिया था लेकिन बेहद नजदीकी मामला होने के कारण तीसरे अंपायर ने माहेला को संदेह का लाभ दे दिया था। जबकि रीप्ले दिखा रहे थे कि मैकुलम ने साफसुथरा कैच लिया था। इस फैसले के बाद न्यूजीलैंड के कार्यवाहक कप्तान रोस टेलर और मैकुलम ने मैदानी अंपायरों के साथ तीखी बहस कर डाली थी। (वार्ता)

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