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खेल में सुधार की जरूरत : महेंद्र सिंह धोनी

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, शनिवार, 7 मार्च 2015 (15:46 IST)
पर्थ। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ चुनौतीपूर्ण विश्व कप मुकाबले में भारतीय टीम  को मिली 4 विकेट की जीत पर खुशी जताई है लेकिन साथ ही खिलाड़ियों को प्रदर्शन में सुधार की  भी हिदायत दी है।
 
भारत ने वाका में शुक्रवार को वेस्टइंडीज को 4 विकेट से पराजित किया था, लेकिन टूर्नामेंट में अभी  तक खेले गए अपने मैचों में कैरेबियाई टीम के खिलाफ टीम इंडिया को कुछ संघर्ष जरूर करना पड़ा।  धोनी ने टीम की लगातार चौथी जीत के बाद बातचीत में कहा कि मुझे लगता है कि वाका की पिच  काफी मुश्किल थी। इस तरह की पिच पर लक्ष्य का पीछा करना आमतौर पर कुछ कठिन होता है।
 
उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि जब वेस्टइंडीज की टीम बल्लेबाजी कर रही थी तो उस समय स्कोर  बनाना ज्यादा मुश्किल था। खासतौर पर शुरुआत के 10 ओवर कठिन थे, लेकिन उसके बाद स्थिति  कुछ बेहतर हुई। लेकिन जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो उस समय भी कैरेबियाई गेंदबाजों को  स्विंग मिल रही थी और इससे साफ है कि बल्लेबाजों के लिए उस समय भी स्थिति आसान नहीं  थी।
 
वेस्टइंडीज से मिले 183 रन के आसान लक्ष्य के सामने भारतीय टीम को काफी संघर्ष करना पड़ा  और केवल धोनी नाबाद 45 रन की सबसे बड़ी पारी खेलकर टीम को जीत दिलाने में कामयाब रहे। 
धोनी ने टीम के प्रदर्शन को लेकर कहा कि अच्छी बात यह है कि सभी बल्लेबाजों को खेलने का  मौका मिला। इस मैच में काफी हद तक निचले क्रम का टेस्ट हुआ और उम्मीद है कि आने वाले 2  मैचों में भी उन्हें और खेलने का मौका मिलेगा ताकि हम नॉकआउट दौर के लिए तैयार हो सकें।
 
लेकिन कप्तान ने साथ ही खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन में सुधार की हिदायत भी दे दी। उन्होंने कहा  कि मुझे लगता है कि निचले क्रम के बल्लेबाजों को भी कुछ और योगदान देना चाहिए। यदि ऐसा  होता है तो हम और 20 से 25 रन जोड़ सकते हैं।
 
भारतीय बल्लेबाजों ने मैच में जहां 100 रन तक आते-आते अपने 5 विकेट गंवा दिए वहीं गेंदबाजों  ने अपने प्रदर्शन से मैच पर पकड़ बनाए रखी। यूएई के खिलाफ चोट के कारण मैच से बाहर रहे  तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने जबरदस्त वापसी की और 35 रन पर 3 विकेट चटकाकर 'मैन ऑफ  द मैच' बने।
 
कप्तान ने कहा कि मुझे लगता है कि सभी गेंदबाजों का एकजुट प्रदर्शन कमाल का रहा। शमी ने नई  गेंद के साथ अतिरिक्त जिम्मेदारी निभाई जिससे मोहित शर्मा को मध्य ओवरों में कुछ समय मिल  गया। इसके अलावा उमेश यादव ने भी पूरी क्षमता से गेंदबाजी की।
 
धोनी ने कहा कि मैच में मुझे सभी गेंदबाजों का योगदान महसूस हुआ। सभी अपना-अपना अच्छा  प्रदर्शन कर रहे थे और एक ओवर के बाद दूसरा अच्छा ओवर मिल रहा था। इससे विपक्षी टीम पर  दबाव बढ़ गया और आखिरकार इससे विकेट मिलने लगे।
 
उन्होंने कहा कि हमें गेंदबाजी और बल्लेबाजी सभी विभागों में अच्छी साझेदारी की जरूरत होती है।  हम किसी के निजी प्रदर्शन पर जोर नहीं देते है। हमारा लक्ष्य यह था कि कैसे दो खिलाड़ी, चाहे  गेंदबाजी हो या बल्लेबाजी, जब साथ खेलते हैं तो किस तरह की साझेदारी निभाते हैं और उससे क्या  फायदा मिलता है इसलिए पूरी टीम का लक्ष्य केवल मैच जीतना होता है।
 
हालांकि जीत के बावजूद टीम इंडिया के प्रदर्शन में कुछ कमियां दिखाई दीं जिसमें कई अहम मौकों  पर फील्डरों का कैच छोड़ना भी था। लेकिन धोनी ने खिलाड़ियों का बचाव करते हुए कहा कि मैं  मानता हूं कि अहम मौकों पर हमने कैच टपकाए। लगभग सभी 11 खिलाड़ियों ने मैच में कैच  टपकाए लेकिन इसमें हवा की भी भूमिका थी।
 
उन्होंने कहा कि हमारे बेहतरीन फील्डरों से लेकर औसत फील्डरों तक ने कैच टपका दिए लेकिन हवा  से उन्हें काफी तकलीफ हो रही थी, लेकिन सभी ने बताया कि हवा की वजह से ऐसा हुआ, क्योंकि  हवा अलग दिशा में बह रही थी और वे अपनी आंखें ठीक से खोल नहीं पा रहे थे।
 
भारत को अगले दोनों मुकाबले अब सह मेजबान न्यूजीलैंड में खेलने हैं। उसका अगला मैच आयरलैंड  के खिलाफ हैमिल्टन में होना है और फिर ऑकलैंड में वह जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलेगा। इसके बाद  टीम इंडिया वापस ऑस्ट्रेलिया पहुंचेगी, जहां उसे क्वार्टर फाइनल मैच खेलना होगा।
 
बल्लेबाज ने कहा कि हमने पिछले कुछ समय में अलग-अलग परिस्थितियों में खेला है। हमारे  खिलाड़ियों ने इसके अनुकूल प्रदर्शन करना सीखा है और यह काफी अच्छा है।
 
लंबा समय ऑस्ट्रेलिया में बिताने के बाद न्यूजीलैंड दौरे पर रवाना होने को लेकर धोनी ने कहा कि  पर्थ से हैमिल्टन का रास्ता काफी लंबा है और इसलिए फिलहाल हमें क्रिकेट के बारे में सोचने के  लिए कम समय मिलेगा, लेकिन हमें इसका सामना तो करना ही होगा। न्यूजीलैंड के ग्राउंड थोड़े छोटे  हैं और वहां की स्थिति कुछ अलग भी है, लेकिन हमने अपने आखिरी दौरे में वहां काफी कुछ सीखा  जिससे हमें मदद मिलेगी। (वार्ता)

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