दूसरों के मन की बात जानने की उत्सुकता प्रत्येक व्यक्ति में होती है। मनोवैज्ञानिक सहित बहुत से लोग बहुत हद तक चेहरे के भावों को पढ़कर दूसरों के मन की बात जान लेते हैं अर्थात वे मनोभाव को जानने में माहिर होते हैं, लेकिन आपके मन में क्या चल रहा है इसे शब्दश: जानकर बता देना आश्चर्य ही है। योग से यह आश्चर्य प्राप्त किया जा सकता है। आप सोचे और हम बता दें कि आपने क्या सोचा तो आप आश्चर्य नहीं करेंगे?