Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

सिर्फ एक आसन से कब्ज गायब, तोंद कम

हमें फॉलो करें सिर्फ एक आसन से कब्ज गायब, तोंद कम

अनिरुद्ध जोशी

तोंद एक वैश्विक समस्या है। यदि आप भी इस समस्या से परेशान है तो आपके लिए लाएं है हम एक चमत्कारिक आसन शर्तिया तौर पर इसे प्रतिदिन करते रहने से मात्र एक माह में आपकी तोंद कम हो जाएगी। लेकिन इसके पहले तीन शर्तों का पालन करना भी जरूरी है।
 
*पहली शर्त यह कि आपको किसी भी प्रकार की कोई गंभीर बीमारी न हो।
*दूसरी यह कि आप प्रतिदिन सुबह और शाम गर्म जल ही ग्रहण करें।
*तीसरी शर्त कि गरिष्ठ भोजन न करें और भोजन की मात्रा कम कर दें। 
 
*तो अब जानिए कि कौन सा है वह आसन। उस आसन का नाम है कुंभासन जिसे इसे एक अन्य प्रकार से भी कर सकते हैं जिसे वर्तमान में प्लंक कहते हैं। कुंभकासन और चतुरंग दंडासन के मिले-जुले रूप को प्लंक (plank) कहा जाता है। प्लंक को हिन्दी में काष्ठफलक कहते हैं जबकि कुछ इसे फलकासन कहते हैं।
 
*चित्र में दिखाई गई इस अवस्था में कम से कम 1 मिनट तक रुकना चाहिए, लेकिन शुरुआत आपको 10 सेकंड रुकने से करनी होगी। फिर अभ्यास करते कुछ दिनों बाद 1 मिनट से 2 मिनट तक इसी अवस्था में रुके रहें। यह आसन देखने में आसान है, लेकिन करने में कठिन।
*आप प्लंक योग नहीं कर पाए तो कुंभकासन योग करें।
*सबसे पहले शवासन में सोते हुए मकरासन में लेट जाएं।
*अब अपनी कोहनी और हाथ के पंजे को भूमि कर रखें।
*फिर छाती, पेट, कम और पुष्ठिका को उपर उठाते हुए पैर के पंजे सीधे कर दें।
*इस स्थिति में आपके शरीर का बल या वजन पूर्णत: हाथ के पंजे, कोहनी और पैर के पंजों पर आ जाएगा।
*अब गर्दन सहित रीढ़ की हड्डी को सीधा करें। इस स्थिति में रीढ़ सीधी रेखा में होना चाहिए।
 
*उक्त आसन करने के बाद कुछ देर तक शवासन करके खुद को नॉर्मल कर लें।
*यह बहु‍त तेजी से आपके पेट और कमर की चर्बी को हटाकर तोंद को समाप्त करता है।
*पाचन क्रिया इससे मजबूत होती है और कब्ज जैसी बीमारियों दूर हो जाती है।
*इस आसन से बाहें, कंधें, पीठ, पुष्टिकाएं, जंघाएं मजबूत होती है।
*यह आसन पेट और गुदा संबंधी कई रोग में लाभदायक है।
*छाती, फेंफड़े और लिवर को यह आसन मजबूत करता है। 
*मूत्र विकार और किडनी संबंधी रोग में भी यह आसन लाभदायक है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

हरतालिका तीज पर यह 16 दिव्य पत्तियां चढ़ाकर मांगें सौभाग्य का वर