योग और योगासन में बहुत क्षमता है। कोई रोग ना हो इसलिए योग करें। रोग यदि गंभीर नहीं हुआ है तो भी योग कारगर सिद्ध हो सकता है, परंतु यहां प्रस्तुत है उन लोगों के लिए मात्र दो उपाय जिन्हें रात में नींद नहीं आती है।
नींद नहीं आने के कारण : वैसे नींद नहीं आने के कई कारण हो सकते हैं परंतु दो प्रमुख कारण भी होते हैं जैसे शरीर का नहीं थकना और चिंता या चिंतन के कारण दिनभर या रातभर कुछ भी सोचते रहना। यह दो कारण प्रमुख है इसीलिए यहां प्रस्तुत है दो उपाय।
1. प्राणायाम : प्रतिदिन रात को सोने से पूर्व 5 से 10 मिनट का प्राणायाम करें। योगनिद्रा की भी अभ्यास कर सकते हैं। इसके लिए शवासन में लेटकर अपने शरीर व मन-मस्तिष्क को शिथिल कर दीजिए। सिर से पांव तक पूरे शरीर को शिथिल कर दीजिए। पूरी सांस लेना व छोड़ना है। अब कल्पना करें आप के हाथ, पांव, पेट, गर्दन, आंखें सब शिथिल हो गए हैं। अपने आप से कहें कि मैं योगनिद्रा का अभ्यास करने जा रहा हूं। अब अपने मन को शरीर के विभिन्न अंगों पर ले जाइए और उन्हें शिथिल व तनावरहित होने का निर्देश दें। अपने मन को दाहिने पैर के अंगूठे पर ले जाइए। पांव की सभी अंगुलियां कम से कम पांव का तलवा, एड़ी, पिंडली, घुटना, जांघ, नितंब, कमर, कंधा शिथिल होता जा रहा है। इसी तरह बायां पैर भी शिथिल करें। सहज सांस लें व छोड़ें। अब लेटे-लेटे पांच बार पूरी सांस लें व छोड़ें। इसमें पेट व छाती चलेगी। पेट ऊपर-नीचे होगा। यह अभ्यास प्रतिदिन करें। इससे मन थककर सो जाएगा और कोई किसी भी प्रकार का विचार नहीं करेगा।
2. सूर्य मस्कार : शरीर को थकाने के लिए या तो आप सोने से पूर्व एक घंटे कसरत करें, पैदल चलें या फिर मात्र 15 मिनट का सूर्य नम्सकार करें। सूर्य नमस्कार की 12 स्टेप होती है। इन स्टेप को आप कम से कम 12 बार दोहराएं।
हिदायत : दक्षिण दिशा में पैर करके ना सोएं। तामसिक भोजन ना करें रात में हल्का भोजन ही करें। दिन या दोहपहर में सोना छोड़ दें। किसी भी प्रकार का नशा या दवाई का सेवन ना करें। सोने से पूर्व अपनी चिंताओं और चिंतन को ताक में रखकर सोएं, क्योंकि जितना महत्वूर्ण भोजन, पानी और श्वांस लेना है उससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण नींद लेना है। रात में देर तक जागना और सुबह देर से उठना छोड़ दें। नींद का टाइमिंग बिगड़ने से नींद की कमी हो जाती है। नींद कई रोगों को स्वत: ही ठीक करने में सक्षम है। नींद की कमी से न केवल आंखों के इर्द-गिर्द कालापन आता है, बल्कि कम सोने से दिमाग थका हुआ महसूस करता है और वजन भी बढ़ता है।