हर इंदौरी को अपने शहर पर गर्व है। आखिर हो भी क्यूँ न, यहाँ का इतिहास इतना गौरवशाली जो रहा है। देश की कई नामचीन हस्तियों का जन्म भी इंदौर की मिट्टी में ही हुआ है। इन हस्तियों में सबसे प्रसिद्ध नाम है स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का। यही कारण है कि मप्र सरकार हर साल लताजी के नाम से संगीत के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार प्रदान करती है, जो कि इंदौर में ही दिया जाता है। हमने सोचा क्यूँ न इस बार हम इंदौरियों से जानें कि उन्हें अपने शहर की परंपराओं और कार्यक्रमों की कितनी जानकारी है।
प्रश्न : इस वर्ष का लता अलंकरण किसे दिए जाने की घोषणा की गई है?
ऑप्शन - एआर रहमान, राजेश रोशन, धनुष, बप्पी लहरी
इस कॉलम के लिए प्रतिभागी की तलाश करते हुए हमें मिले अंकुर लमानिया। अंकुर इस वर्ष लता अलंकरण किसे देने की घोषणा की गई है? पहले तो इनका चेहरा कोरे कागज की तरह खाली हो गया। ऑप्शन सुनने के बाद इन्होंने बड़े नाटकीय तरीके से कहा- धनुश.... को नहीं मिल सकता यह पुरस्कार, क्योंकि यह राजेश रोशन को दिया गया है। मैंने अखबार में पढ़ा था।
शशिकला गोस्वामी को कहीं जाने की जल्दी थी, सो हमने पहले इनसे बात कर इन्हें फ्री करना उचित समझा। अमम... ऑप्शन फिर से बता दीजिए। (हे भगवान, अभी तो दो बार बताए। खैर...) शायद राजेश रोशन को ही दिया जाएगा। (शायद नहीं,पक्का बताइए) पक्का तो नहीं पता, पर सब कह रहे हैं तो उन्हीं को मिल रहा होगा। (वाह, आपकी सचाई की तो दाद देना चाहिए)
यूनिवर्सिटी कैम्पस में टहलते हुए हमें कुछ दोस्तों का समूह दिखाई दिया। सोचा चलकर इन्हीं से बात की जाए। जैसे ही इनके सामने प्रश्न रखा सबसे पहले कल्याण दास ने जवाब दिया। राजेश रोशन को दिया जाएगा यह सम्मान। मैंने पेपर में पढ़ा था। ऑप्शन की जरूरत नहीं है? नहीं, मुझे पक्का पता है राजेश रोशन को ही देंगे लता अलंकरण। (अरे वाह)
पास ही खड़े आशीष चौधरी बत्ती गुल का हिस्सा बनने के लिए काफी उत्साहित थे, पर प्रश्न जरा इनके सर के ऊपर से चला गया। दोबारा प्रश्न और ऑप्शन बताने के बाद अपने दोस्त की ओर देखकर इन्होंने भी राजेश रोशन के नाम पर आँख मूँद कर मुहर लगा दी। (इस बारे में पढ़ा भी था आपने?) हाँ, हाँ, क्यों नहीं पेपर में आया था कुछ दिन पहले, तब पढ़ा था मैंने। (सच में??)
अब बारी आई इतनी देर से चुपचाप बैठी श्रीलेखा गुहा की। एआर रहमान को मिला है शायद... (लीजिए यहाँ भी आ गए मिस्टर शायद।) अजी ये मिस्टर शायद को छोड़ कर कुछ पक्का भी तो बताए। कुछ देर सोचने के बाद इन्होंने भी बहुमत का साथ देने का फैसला किया। नहीं, राजेश रोशन का नाम ही लिखिए। (अब इनकी बत्ती दूसरों की वजह से जल उठी थी)इस बार का लता अलंकरण संगीतकार राजेश रोशन को ही दिया जाएगा।