ये कॉलेज स्टूडेंट्स भी गजब होते हैं। घर से जल्दबाजी करते हुए भागते यह कहकर कि कॉलेज पहुँचना है, लैक्चर के लिए। पर, कॉलेज पहुँचकर लेक्चर में कम और कैम्पस में भटकते ज्यादा दिखाई देते हैं ये। इस बार ऐसे ही कुछ मस्तमौला युवाओं से मुलाकात हुई। अरे हाँ, ये बाहर क्लास बंक करके मस्ती नहीं कर रहे थे, इन साथियों का ब्रेक चल रहा था...
प्रश्न : मुअम्मर गद्दाफी किस देश के तानाशाह थे?
ऑप्शन - हर अखबार और न्यूज चैनल पर यह खबर छाई थी तो भला ऑप्शन्स की क्या जरूरत?
कुछ दोस्तों के समूह में हमें मिले नितिन यादव से। प्रश्न सुनकर इन्होंने तपाक से कहा पाकिस्तान के थे गद्दाफी। (पक्का?) थोड़ा दाएँ-बाएँ, ऊपर-नीचे देखने के बाद इन्होंने कहा नहीं, नहीं इराक...इराक, इराक का था वो।(भैया मुझे एक बार में सुनाई देता है, इतना दोहराने की जरूरत नहीं है) वैसे आपकी बत्ती तो गुल हो गई भाईसाहब।
फिर हम मुखातिब हुए दीपक अनासरे से। इन्होंने बड़ी ही सहजता से उत्तर दिया लीबिया के हैं गद्दाफी। कुछ दिन पहले क्लास में सर ने पेपर दिखाते हुए बताया था। (बढ़िया, और कुछ पता है इस बारे में) नहीं इससे ज्यादा जानकारी तो नहीं है। खैर कोई बात नहीं, आपकी बत्ती गुल होने से बच गई। बधाई हो।
इसके बाद फिर हम मिले श्रेयस त्रिवेदी से। वे बड़ी देर से बाइक पर बैठे सभी के उत्तर सुन रहे थे, देखें इनका जवाब क्या है। मुझे भी इस बारे में कुछ नहीं पता है। (क्यों?) मैं पेपर नहीं पढ़ पाया था और लेट होने की वजह से क्लास भी अटेंड नहीं कर पाया। (तो फिर आपने आखिर किया क्या?) आपकी बत्ती भी गुल।
इनके बाकी साथियों ने तो खुद ही अपनी बत्ती गुल मान ली तो हम किसी और प्रतिभागी की तलाश में आगे बढ़ गए। अब हमें मिले कुछ एमबीए स्टुडेंट्स। विकास मालवीय आपको पता है गद्दाफी किस देश के हैं? अअममम... पता नहीं। अखबार में फ्रंट पेज पर खबर थी पर कॉलेज आने की जल्दी में पढ़ नहीं पाया। लो आपकी भी बत्ती गुल।
इन्हीं के पास खड़े थे इनके क्लासमेट विशाल पवार। विशाल आपके अनुसार गद्दाफी किस देश के तानाशाह थे? कोई आइडिया नहीं है। समय ही नहीं मिलता अखबार पढ़ने के लिए कॉलेज जो आना होता है। (और क्लास में जब सर बता रहे थे तब कहाँ व्यस्त थे आप?) वोअअअ... मैं लेट हो गया था तो क्लास के बाहर बैठा था। (बहुत अच्छे) गद्दाफी अफ्रीकी देश लीबिया के तानाशाह थे। इसी साल फरवरी में वहां की जनता ने उनके खिलाफ विद्रोह का आगाज किया था। गद्दाफी की मौत के साथ ही लीबिया अब एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया है। हमारे युवा साथी कुछ ज्यादा ही व्यस्त रहते हैं।