नेहा धूपिया अच्छी अभिनेत्री हैं। वे खूबसूरत हैं। सेक्सी हैं और उनकी इसी छवि का फिल्मों में ज्यादा इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने जमकर अंग प्रदर्शन किया है, लेकिन उनकी अभिनय क्षमता को उभारने का मौका कम ही निर्देशकों ने दिया है। वे कम चर्चित, लेकिन सार्थक फिल्मों में बेहतर अभिनय कर रही हैं।
कुछ अभिनेत्रियाँ इस अर्थ में दुर्भाग्यशाली होती हैं कि अंग प्रदर्शन करने के कारण उनकी प्रतिभा की सही पहचान नहीं हो पाती है। कई बार अच्छा अभिनय करने के बावजूद उनका नोटिस इसलिए नहीं लिया जाता कि उनकी छवि अंग प्रदर्शन करने वाली अभिनेत्री की बन चुकी होती है। ऐसी अभिनेत्रियों में नेहा धूपिया को बेझिझक शामिल किया जा सकता है। नेहा धूपिया ने कुछ फिल्मों में अच्छा अभिनय किया है, लेकिन उनका नोटिस नहीं लिया गया। फेमिना मिस इंडिया-2002 रहीं नेहा ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत में दिल्ली में नाटकों में अभिनय से की।
ग्रेफिटी नाटक उनका पहला नाटक था। फिर वे टीवी की ओर मुड़ीं और सीरियल राजधानी में काम किया। यही नहीं, काम की तलाश करते हुए उन्होंने यूफोरिया बैंड के म्यूजिक एलबम में भी काम किया, लेकिन वे एक्टिंग करना चाहती थीं और यही कारण है कि उन्होंने बॉलीवुड का रास्ता चुना। उन्होंने कयामत से फिल्मी करियर की शुरुआत की। फिर जूली और शीशा जैसी फिल्मों में काम किया।
इसमें उन्होंने अंग प्रदर्शन किया और इसी तरह की फिल्मों से उनकी एक सेक्सी और हॉट एक्ट्रेस की छवि बन गई। शूट आउट एट लोखंडवाला, क्या कूल हैं हम, गरम मसाला में उनका अंग प्रदर्शन जारी रहा, लेकिन उन्होंने मिथ्या, एक चालीस की लास्ट लोकल, दस कहानियाँ और दस्वीदानिया जैसी अच्छी फिल्मों में अच्छा अभिनय कर यह बताने की कोशिश की कि उन्हें यदि अच्छी फिल्मों में अच्छे रोल मिलें तो वे कितना बेहतर अभिनय करके दिखा सकती हैं।
डियर फ्रैंड हिटलर में तो उन्होंने एडोल्फ हिटलर की प्रेमिका इवा ब्राउन का किरदार निभाया है। दे दना दन, पेइंग गेस्ट और एक्शन रिप्ले जैसी फिल्मों में उन्होंने काम किया, लेकिन दुर्भाग्य से ये फिल्में बुरी तरह पिटीं। अब वे फिर कुछ अच्छी फिल्मों में अभिनय करती दिखाई देंगी।