भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष रोजर बिन्नी पाकिस्तान के अपने दौरे के दौरान उनकी मेहमान नवाजी से गदगद हैं जबकि बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला का मानना है कि क्रिकेट दोनों देशों के संबंधों को सुधारने में सेतु का काम कर सकता है।
बिन्नी और शुक्ला पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के निमंत्रण पर वहां एशिया कप के मैच देखने के लिए गए थे। बीसीसीआई के दोनों पदाधिकारी बुधवार को अटारी वाघा बॉर्डर से स्वदेश लौटे। यह पिछले 17 वर्षों में पहला मौका था जबकि बीसीसीआई के अधिकारियों ने पाकिस्तान का दौरा किया। वे सोमवार को पाकिस्तान पहुंचे थे।
बिन्नी ने स्वदेश लौटने पर पीटीआई से कहा, पाकिस्तान में वहां के पदाधिकारियों के साथ हमारी मुलाकात बहुत अच्छी रही। हमारी वहां अच्छी तरह से खातिरदारी की गई। उन्होंने हमारा अच्छी तरह से ध्यान रखा। हमारा मुख्य एजेंडा क्रिकेट मैच देखना और उनके साथ बातचीत करना था। कुल मिलाकर यह दौरा शानदार रहा।
भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण द्विपक्षीय श्रृंखलाएं नहीं होती हैं और दोनों देश आईसीसी या फिर एशियाई क्रिकेट परिषद की प्रतियोगिताओं में ही एक दूसरे का सामना करते हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय श्रृंखलाएं शुरू होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर बिन्नी ने कहा कि वे इस पर फैसला नहीं कर सकते।उन्होंने कहा, बीसीसीआई इस पर फैसला नहीं कर सकता। यह सरकार से जुड़ा मसला है और उन्हें इस पर फैसला करना होगा। उम्मीद है ऐसा होगा क्योंकि वनडे विश्वकप होने वाला है और पाकिस्तान की टीम भारत में मैच खेलेगी।
शुक्ला ने भी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की मेहमान नवाजी की तारीफ की और कहा कि क्रिकेट दोनों देश के संबंधों को सुधारने में अहम भूमिका निभा सकता है।उन्होंने कहा, हमारी मुलाकात बहुत अच्छी रही। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने हमारा अच्छी तरह से ख्याल रखा। सुरक्षा काफी कड़ी थी और सारी व्यवस्थाएं शानदार थी। यह क्रिकेट के लिए सद्भावना दौरा था जो शानदार रहा।शुक्ला ने कहा,क्रिकेट पहले भी महत्वपूर्ण माध्यम था। उदाहरण के लिए 2004 के दौरे को ही लीजिए जब बहुत अच्छा माहौल बन गया था।(भाषा)