INDvsPAK भारतीय टीम प्रबंधन के लिए चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को यहां होने वाले एशिया कप सुपर फोर मैच से पहले केएल राहुल और ईशान किशन में से किसी एक को चुनने की दुविधा का हल निकालना अहम होगा।
रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम रविवार को एशिया कप में दूसरी बार पाकिस्तान से भिड़ेगी। भारतीय टीम प्रबंधन का ध्यान टीम के लक्ष्यों पर तो लगा हुआ है लेकिन साथ ही वह पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर अपने सर्वश्रेष्ठ 11 खिलाड़ियों को उतारना चाहेगा।
लेकिन इसके लिए उन्हें राहुल-किशन के चयन की पहेली का जवाब ढूंढने की जरूरत होगी और साथ ही वे उम्मीद करेंगे कि मुकाबले में बारिश की बाधा नहीं पड़े जिसके लिए सोमवार को विवादास्पद रिजर्व दिन रखा गया है।
राहुल की टीम में वापसी से चयन के लिए खिलाड़ियों के पूल में इजाफा हो गया है लेकिन यह भारत के लिए सुखद सरदर्द भी होगा।ऐसा इसलिये क्योंकि किशन ने पिछले लगभग एक महीने में सभी को अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है जिसमें उन्होंने चार मैचों में चार अर्धशतक जड़े हैं। तीन वेस्टइंडीज के खिलाफ और एक पिछले हफ्ते पालेकल में एशिया कप ग्रुप ए मैच में पाकिस्तान के खिलाफ।
इस दौरान किशन ने पारी का आगाज करने से लेकर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने में सहजता दिखायी है। झारखंड के इस 25 साल के खिलाड़ी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पारी की शुरुआत की जबकि पाकिस्तान के खिलाफ वह मध्यक्रम में उतरे।किशन बायें हाथ के बल्लेबाज हैं तो इससे भारतीय बल्लेबाजी क्रम में थोड़ी विविधता भी आयी है।
ऐसा लगता है कि किशन के लिए सब चीजें सही जा रही हैं। लेकिन बेंगलुरु के क्रिकेटर राहुल के पांचवें नंबर पर दावे को नजरअंदाज करना भी मुश्किल है जबकि वह जांघ की चोट और सर्जरी के बाद की रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया के कारण इस साल मार्च के बाद से कोई वनडे मुकाबला नहीं खेले हैं।
इसके पीछे यह कारण है कि राहुल (31 वर्ष) 2019 के बाद से भारत के सबसे मजबूत वनडे बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने 2019 में 13 मैचों में 47.67 के औसत से 572 रन बनाये।
इसके बाद भी उनके अच्छे प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहा। 2020 में उन्होंने नौ मैचों में 55.38 के औसत से 443 रन, 2021 में ती मैचों में 88.50 के औसत से 108 रन, 2022 में 10 मैचों में 27.89 के औसत से 251 रन और 2023 में छह मैचों में 56.50 के औसत से 226 रन बनाये हैं।
अगर इन आंकड़ों को और बारीकी से देखा जाये तो पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए राहुल ने 18 मैचों में 53 के औसत से 742 रन जुटाये हैं जिसमें एक शतक और सात अर्धशतक भी शामिल हैं।
ये आंकड़े काफी मजबूत दिखते हैं और उनकी विकेटकीपिंग भी तरकश में एक अतिरिक्त तीर शामिल करती है। शुक्रवार को वह विकेटकीपिंग का कड़ा अभ्यास करते दिखे जिससे उनकी वापसी की तैयारी का संकेत मिलता है।
टीम प्रबंधन को मैच के दिन यह मुश्किल फैसला करना होगा।
टीम जैसा संतुलन चाहती है, उसके लिहाज से यह फैसला काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि मैच के लिए मैदान पर वो जो भी संयोजन उतारें उनके लिए सुपर फोर मैच में जीत दर्ज करना निहायती जरूरी होगा।
पाकिस्तान ने लाहौर में बांग्लादेश को सात विकेट से हराकर दो अंक हासिल कर लिये हैं। इससे एक और जीत उन्हें आसानी से फाइनल में पहुंचा देगी।भारत भी तालिका में शामिल होना चाहेगा लेकिन उन्हें पाकिस्तान के घातक गेंदबाजी आक्रमण से निपटना होगा क्योंकि वे पिच की प्रकृति के बावजूद प्रभावित गेंदबाजी करने में सक्षम हैं।
निश्चित रूप से रोहित और अन्य भारतीय बल्लेबाज शाहीन शाह अफरीदी की तेज तर्रार गेंदों से सतर्क रहेंगे लेकिन पाकिस्तान की गेंदबाजी इकाई में अन्य गेंदबाज भी इतने ही घातक हैं।
हारिस रऊफ अपनी रफ्तार से एशिया कप गेंदबाजी सूची में नौ विकेट (तीन मैच में) से शीर्ष पर चल रहे हैं और ऐसा लगता है कि वह अफरीदी (सात विकेट) से आगे निकल जायेंगे।नसीम शाह के भी सात विकेट हैं और वह भी प्रतिद्वंद्वी बल्लेबाजों को राहत नहीं लेने देंगे।
इसके अलावा बाबर आजम ने बांग्लादेश के खिलाफ मोहम्मद नवाज को बाहर बिठा कर फहीम अशरफ को शामिल कर यह बता दिया है कि वह चौथा तेज गेंदबाजी विकल्प चाहते हैं जिससे पाक की टीम खतरनाक से ज्यादा खतरनाक हो जाए।
खासकर तब जब भारत के मध्यक्रम ने उनकी टीम के खिलाफ शीर्ष क्रम बिखरने के बाद 133 रनों पर स्पिन गेंदबाजी पर बिना विकेट खोए बनाए थे। यह गलती बाबर आजम ने टी-20 विश्वकप में भी की थी जिसके कारण भारत से आखिरी गेंद पर मुकाबला हारा था।हालांकि फहीम के आने के कारण एक बाएं हाथ का बल्लेबाज टीम से बाहर रहेगा। भारतीय स्पिन गेंदबाजी क्रम में बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज ही हैं। ऐसे में कप्तान बाबर आजम के सामने भी यह चुनौती होगी कि वह गेंदबाजी में पैनापन लाएं या फिर बल्लेबाजी मजबूत करें।
पाकिस्तान कागज पर गेंदबाजी विभाग में मजबूत दिखती है लेकिन भारत को भी भरोसा है कि उनके पास भी जवाबी हमले के लिए धारधार गेंदबाजी मौजूद है।
जसप्रीत बुमराह की वापसी से भारतीय गेंदबाजी मजबूत होगी, वह नेपाल के खिलाफ लीग मैच में नहीं खेल पाये थे। मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर सहयोगी गेंदबाज की भूमिका कुशलता से निभा सकते हैं।
लेकिन जब दोनों टीमें मैदान पर उतरती हैं तो अंतिम एकादश, फॉर्म, पिछले रिकॉर्ड ये सारे कारक अप्रासंगिक हो जाते हैं। मैदान पर दोनों टीम के बीच यह तूफानी टक्कर होगी।
टीम इस प्रकार हैं :
भारत:रोहित शर्मा (कप्तान), विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा, ईशान किशन, हार्दिक पंड्या (उप कप्तान), रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव, प्रसिद्ध कृष्णा।
पाकिस्तान:बाबर आजम (कप्तान), अब्दुल्ला शफीक, फखर जमां, इमाम उल हक, सलमान अली आगा, इफ्तिखार अहमद, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद हारिस, शादाब खान, मोहम्मद नवाज, उसामा मीर, फहीम अशरफ, हारिस रऊफ, मोहम्मद वसीम जूनियर, नसीम शाह, शाहीन अफरीदी, सऊद शकील, तय्यब ताहिर (ट्रैवलिंग रिजर्व)।