भारत के नीरज चोपड़ा बुधवार को जब यहां पुरुष भाला फेंक स्पर्धा के लिए मैदान में उतरेंगे तो उनका इरादा अपने स्वर्ण पदक का बचाव करने के साथ सत्र का शानदार अंत करने का होगा।भारत के महानतम एथलीट में शामिल चोपड़ा का काम आसान हो सकता है क्योंकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी और विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता अरशद नदीम घुटने की पुरानी चोट के कारण इन खेलों से हट गए हैं।
चोपड़ा ने अब तक नदीम के खिलाफ हर प्रतियोगिता जीती है। दोनों ने कुल मिलाकर नौ बार एक साथ प्रतिस्पर्धा की है । इसमें 2018 का एशियाई खेल भी शामिल हैं, जहां पाकिस्तान का खिलाड़ी तीसरे जबकि भारतीय खिलाड़ी शीर्ष पर था। चोपड़ा हालांकि अब तक 90 मीटर की दूरी तय नहीं कर पाए है जबकि नदीम ने इसे हासिल कर लिया है।
पाकिस्तान के दल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, अरशद नदीम ने चिकित्सा कर्मियों से परामर्श करने के बाद किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए एशियाई खेलों में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। वह पेरिस ओलंपिक 2024 में भागीदारी को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।
उन्होंने बताया, पाकिस्तान दल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (डॉ. असद अब्बास) ने व्यापक जांच की सिफारिश की थी। हांगझोउ के एक स्थानीय अस्पताल में नदीम की एमआरआई और अन्य चिकित्सा जांच की गई। एमआरआई से पता चला कि उनकी पुरानी चोट अब भी बरकरार है।
चोपड़ा ने ज्यूरिख डायमंड लीग और यूजीन में डायमंड लीग ग्रैंड फिनाले में लगातार दो बार दूसरा स्थान हासिल किया था। यह कुछ हद तक चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन एशियाई खेलों में बुधवार को वह प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेंगे।इस स्पर्धा में भारत के किशोर जेना भी चुनौती पेश करेंगे।(भाषा)