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प्रदर्शनकारी पहलवान बजरंग पुनिया ब्रॉन्ज मेडल भी नहीं जीत पाए, 0-10 से मिली करारी हार

हमें फॉलो करें प्रदर्शनकारी पहलवान बजरंग पुनिया ब्रॉन्ज मेडल भी नहीं जीत पाए, 0-10 से मिली करारी हार
, शुक्रवार, 6 अक्टूबर 2023 (18:55 IST)
चयन ट्रायल से बचकर एशियाई खेलों में हिस्सा लेने वाले बजरंग पूनिया को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा और वह हांगझोउ एशियाई खेलों में पदक जीतने में नाकाम रहे जबकि प्रतिभाशाली अमन सहरावत सहित तीन अन्य भारतीय पहलवानों ने शुक्रवार को यहां कांस्य पदक जीते।अमन सेहरावत (पुरुष, 57 किग्रा) से भी स्वर्ण पदक की उम्मीद थी लेकिन उन्हें भी कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

इस साल अधिकांश समय भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के निवर्तमान प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन में बिताने वाले बजरंग पूरी तरह से तैयार नहीं दिखे। उन्होंने दो आसान जीत के साथ शुरुआत की लेकिन ईरान के खिलाड़ी का उनके पास कोई जवाब नहीं था।


एशियाई खेलों के चयन ट्रायल में हिस्सा नहीं लेने के लिए बजरंग की काफी आलोचना हुई थी। विशाल कालीरमन ने ट्रायल जीता था लेकिन इस वर्ग में उन्हें स्टैंडबाई रखा गया था।पुरुषों की 65 किग्रा की कठिन प्रतियोगिता में गत चैंपियन बजरंग को भेजना बाजवा के नेतृत्व वाले पैनल की गलती साबित हुई।

पहलवानों के विरोध का एक प्रमुख चेहरा विनेश फोगाट को भी ट्रायल्स से बचा लिया गया था, लेकिन, वह चोटिल हो गयी और उनकी जगह अंतिम पंघाल को मौका मिल गया। अंतिम ने इन खेलों में कांस्य पदक जीतकर छाप छोड़ी।
एक साल के बाद प्रतिस्पर्धी कुश्ती में वापसी कर रहे बजरंग को पुरुष फ्रीस्टाइल 65 किग्रा स्पर्धा के सेमीफाइनल में ईरान के रहमान अमोजादखलीली के खिलाफ 1-8 से शिकस्त झेलनी पड़ी। वह इसके बाद कांस्य पदक के मुकाबले में जापान के काइकी यामागुची को चुनौती नहीं दे सके।

बजरंग को पहले दौर में फिलिपीन्स के रोनिल ट्युबोग के रूप में आसान प्रतिद्वंद्वी मिला और भारतीय पहलवान ने तकनीकी दक्षता से जीत दर्ज की।बहरीन के अलीबेग अलबेगोव से बजरंग को अच्छी टक्कर मिलने की उम्मीद थी लेकिन भारतीय पहलवान ने अच्छे रक्षात्मक खेल की बदौलत 4-0 से जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में जगह बनाई।

सेमीफाइनल में बजरंग को हालांकि 2022 के विश्व चैंपियन और गत एशियाई चैंपियन रहमान के खिलाफ 1-8 से शिकस्त झेलनी पड़ी। ईरान के पहलवान ने चार अंक के दांव के साथ शुरुआत की। उन्होंने बजरंग का दायां पर पकड़ा और अंक जुटाए।

ईरान के खिलाड़ी ने इसके बाद मजबूत डिफेंस से पहले चरण के अंत तक बढ़त बनाए रखी।दूसरे चरण की शुरुआत में ही रहमान ने एक बार फिर चार अंक के साथ अपनी बढ़त 8-0 तक पहुंचा दी। बजरंग ने ईरान के पहलवान के दोनों पैरों को पकड़ने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली।बजरंग को एक अंक मिला लेकिन ईरान के पहलवान ने आसान जीत दर्ज की।

कांस्य पदक के प्लेऑफ में बजरंग एक भी आक्रामक मूव बनाने में नाकाम रहे और बाउट को तकनीकी श्रेष्ठत के आधार पर हार गये।जापान के खिलाड़ी ने उनकी पैर पर जबरदस्त पकड़ बनायी और पहले पीरियड में ही 4-0 की बढ़त बना ली। दूसरे पीरियड में भी बजरंग वापसी करने में नाकाम रहे।
पुरुष 57 किग्रा वर्ग में अमन ने कोरिया के किम सुंगवोन के खिलाफ 6-1 की आसान जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।क्वार्टर फाइनल में ईरान के इब्राहित मेहदी खारी के खिलाफ अमन एक समय 1-8 से पिछड़ रहे थे लेकिन जोरदार वापसी करते हुए तकनीकी दक्षता के आधार पर जीत दर्ज करने में सफल रहे।

अमन ने लगातार 18 अंक जुटाए जो उनकी मजबूती और तकनीकी कौशल को दिखाता है।सेमीफाइनल में जापान के तोशिहिरो हासेगावा ने 6-1 की बढ़त बनाई। अमन ने इसके बाद लगातार चार अंक जुटाए और ऐसा लग रहा था कि वह एक बार फिर वापसी करते हुए जीत दर्ज करेंगे लेकिन अंतत: जापान के खिलाड़ी ने 12-10 से मुकाबला अपने नाम किया।कांस्य पदक के मुकाबले में अमन ने चीन के मिंगू लियू को कोई मौका नहीं दिया और प्रभावशाली जीत दर्ज की।

मौजूदा एशियाई खेलों में कुश्ती में यह भारत ने अब तक पांच कांस्य पदक जीते है।शुक्रवार के तीन पदकों से पहले सुनील कुमार (ग्रीको रोमन) और अंतिम पंघाल (महिला 53 किग्रा) ने कांस्य पदक हासिल किया है।(भाषा)


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