चीन के हांगझाऊ में 23 सितंबर से शुरू होने वाले Asian Games एशियाई खेल 2023 में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों की कोशिश भारत को बैडमिंटन में पहला स्वर्ण पदक दिलाने की होगी। एशियाई खेलों के 19वें संस्करण में बैडमिंटन प्रतियोगिताएं 28 सितंबर से 7 अक्टूबर तक बिंजियांग जिम्नेजियम में आयोजित की जाएंगी जिसकी शुरुआत टीम इवेंट के साथ होगी। एकल और युगल स्पर्धाएं दो अक्टूबर से शुरू होकर सात अक्टूबर तक चलेंगी।
महिला एकल और टीम स्पर्धा में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु भारत की अगुवाई करेंगी। सिंधु को साल 2018 के एशियन गेम्स में ताई ज़ु यिंग से हारकर रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा था। ऐसे में इस बार वह अपने प्रदर्शन को और भी बेहतर करना चाहेंगी। 2018 जकार्ता एशियाई खेल में कांस्य पदक जीतने वाली और लंदन 2012 ओलंपिक खेल की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल, इस साल प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले रही हैं।
महिला युगल में विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में 17वें स्थान पर काबिज़ गायत्री गोपीचंद-त्रिशा जॉली, एशियाई खेल में हिस्सा लेने वाली भारत की शीर्ष महिला जोड़ी है। दोनों ने पिछले साल राष्ट्रमंडल खेल में कांस्य पदक जीता था और अब एशियाई खेल में अपना डेब्यू करने के लिए तैयार हैं। साल 2014 की कांस्य पदक विजेता और भारतीय टीम की अनुभवी खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा ने महिला युगल में तनीषा क्रैस्टो के साथ जोड़ी बनाई है।
33 वर्षीय पोनप्पा एशियन गेम्स में भारत की सबसे अनुभवी शटलर होंगी। इस बीच, भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम में पुरुष एकल में एचएस प्रणॉय, लक्ष्य सेन, किदांबी श्रीकांत और पुरुष युगल में चिराग शेट्टी-सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी शामिल हैं, ये सभी विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता रह चुके हैं।
एचएस प्रणॉय दुनिया में छठे नंबर के बैडमिंटन खिलाड़ी होने के साथ ही भारत के शीर्ष रैंकिंग वाले पुरुष एकल बैडमिंटन खिलाड़ी भी हैं। उन्होंने अगस्त में कोपेनहेगन में बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था, जिसके कारण वह हांगझोऊ 2023 में व्यक्तिगत पदक के लिए भारत के प्रमुख दावेदारों में से एक हैं। ब्रदर्स ऑफ डिस्ट्रक्शन के नाम से मशहूर चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की जोड़ी से भी पदक की उम्मीद होगी।
एशियन गेम्स के पिछले संस्करण में, भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने एक रजत और एक कांस्य पदक जीता था।बैडमिंटन ने साल 1962 में एशियाई खेलों में अपना डेब्यू किया था और उसके बाद से भारत ने इस खेल में एक रजत और नौ कांस्य पदक जीते हैं।(एजेंसी)