कोलकाता। हावड़ा के एक पोलिंग बूथ पर तृणमूल कांग्रेस की एक महिला कार्यकर्ता के साथ कथित रूप से धक्का मुक्की करने और उसे मतदान करने में ‘बाधा’ पहुंचाने के लिए भाजपा नेता रूपा गांगुली के खिलाफ सोमवार को एक प्राथमिकी दर्ज की गई।
टीवी कैमरे में रूपा को तीखी बहस के बाद पोलिंग बूथ के बाहर सोमा दास का हाथ खींचते दिखाया गया है। सोमा ने पुलिस से अपनी शिकायत में कहा कि वह अपनी मां के साथ मतदान करने गई थी जब भाजपा नेता ने उसके साथ धक्का मुक्की की। उसने यह भी आरोप लगाया कि रूपा ने उससे मतदान ना करने के लिए कहा।
अभिनेत्री से नेता बनीं रूपा हावड़ा उत्तर सीट से भाजपा की उम्मीदवार हैं। उन्होंने आरोप से इनकार करते हुए कहा कि उल्टा तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उन्हें धक्का दिया था। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था) अनुज शर्मा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
रूपा गांगुली के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे क्रिकेटर लक्ष्मी रत्न शुक्ला ने कहा, ' वह (रूपा) वहां दिक्कत पैदा करने का प्रयास कर रही थीं। हमारे विधानसभा क्षेत्र में कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि यह बहुत शांतिपूर्ण स्थान है। आप मतदाताओं को ऐसे धक्का नहीं दे सकते। यह सही नहीं है।' तृणमूल कांग्रेस ने भी निर्वाचन आयोग से रूपा गांगुली की शिकायत की है।
वहीं रूपा ने कहा, ' मुझे विभिन्न मतदान केन्द्रों से शिकायतें मिल रही थीं। जब मैं जमीनी हकीकत जानने पहुंची तो, तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने मुझे धक्का दिया। ये लोग गलत हैं और मुझ पर झूठा आरोप लगा रहे हैं।' रूपा गांगुली ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता विभिन्न स्थानों पर बूथ जाम कर रहे थे और मतदाताओं को डरा रहे थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सलकिया में एक पीठासीन अधिकारी 'शराब के नशे' में था। कार में मौजूद एक पर्यवेक्षक से रूपा ने सवाल भी किया, ' वह शराब के नशे में हैं और उंघ रहे हैं। उन्हें ऐसे में काम करने की अनुमति कैसे दी जा रही है?' (भाषा)