वर्ष 2025 में सप्तम और अष्टम भाव के स्वामी शनि का आपकी कुंडली के नवम भाव में प्रवेश होगा। जिससे आप पर चल रहे कंटक शनि की पनौती समाप्त हो जाएगी और आपके कार्यों में आ रही रुकावट भी धीरे-धीरे दूर होने लगेगी। कार्यक्षेत्र यानी नौकरी या व्यापार में लाभ होगा। कारोबारी हैं तो यात्राओं से लाभ होगा। अचानक से धन प्राप्ति के योग बनेंगे और यदि कहीं पर लंबे समय से धन अटका है तो वह भी प्राप्त होने की प्रबल संभावना है। शेयर बाजार में किए गए निवेश से भी आपको इस दौरान धन लाभ प्राप्त हो सकता है।
दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी और आप लंबी यात्रा का सुख प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान आपसी गलतफहमियां भी दूर होंगी। जुलाई से नवंबर के बीच आपको सावधान रहना होगा क्योंकि सेहत संबंधी समस्याएं आ सकती हैं। उसके बाद का समय अनुकूल रहेगा। यहां बैठे शनिदेव 11वें यानी लाभ भाव, तृतीय यानी पराक्रम भाव और छठे यानी शत्रु और रोग भाव को देखेंगे जिससे लाभ होगा, पराक्रम बढ़ेगा और आपके आपके विरोधी परास्त होंगे। सेहत लाभ भी मिलेगा। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। मनोनामनाएं पूर्ण होंगी। पिताजी को स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं इसलिए उनका ध्यान रखें।
29 मार्च तक शनि की ढैय्या से रहें सतर्क:-
कर्क राशि वालों को सलाह दी जाती है कि वे 29 मार्च तक और शांति पकड़ कर बैठें क्योंकि जाती हुई ढैय्या सबकुछ छीन कर भी ले जा सकती है। इसलिए अच्छे कर्म करें और बुरे कर्मों से दूर रहें।जैसे कि ब्याज का धंधा करना, पराई स्त्री पर नजर रखना, झूठ बोलना, शराब पीना, हत्या करना, चोरी करना, गरीबों को सताना, जानवरों को मारना, सांप को मारना और देवताओं का अपमान करना ये बुरे कर्म है।
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शनि की ढैय्या से बचने के उपाय ( Shani ki dhaiya se bachne ke upay ) :
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कुत्ते, कौवे या गाय को रोटी खिलाते रहें।
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अंधे लोगों को समय समय पर खाना खिलाते रहें।
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शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में दिया जलाते रहें।
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शनि मंदिर में शनि से जुड़ी वस्तुएं दान करते रहें।
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कम से कम 11 शनिवार को शनि मंदिर में छाया दान करें।
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साफाईकर्मी, मजदूर और विधवाओं को कुछ न कुछ दान देते रहें।
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हनुमान जी की शरण में रहें और नित्य हनुमान चालीसा पढ़ते रहें।
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शराब न पीएं, ब्याज का धंधा न करें और न ही झूठ बोलें। पराई महिला पर बुरी नजर न रखें। अपने कर्मों को शुद्ध बनाकर रखें।