22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च करके 7 जून को पाकिस्तान के 9 आतंकवादी ठिकाने नष्ट कर दिए जिसके जवाब में पाकिस्तान की सेना ने भारत में ड्रोन और मिसाइलों से हमले किए जिसे भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने इसे हवा में ही नष्ट कर दिया। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के करीब 24 ठिकानों पर हमला किया जिसमें उसके कई एयरबेस तबाह हो गए और उनके 2 फायटर जेट भी मार गिराए गए जिसके बाद पाकिस्तान ने सीजफायर की गुहार लगाए और 10 मई को भारत पाकिस्तान का युद्ध टल गया। यह युद्ध अभी सिर्फ टला है लेकिन आने वाले समय में यह युद्ध तय है। हालांकि यह युद्ध अब कब होगा?
वर्तमान ग्रह गोचर:
29 मार्च 2025 को शनि ने सूर्य ग्रहण वाले दिन मीन राशि में गोचर किया जिसके चलते देश और दुनिया में टेंशन और बढ़ गया। इसके बाद 14 मई को बृहस्पति ने मिथुन राशि में प्रवेश करके अतिचारी चाल चली जिसने परिस्थिति को और बिगाड़ दिया। इसके बाद 18 मई को राहु ने कुंभ में और केतु ने सिंह में गोचर करके आग में घी डालने वाला काम किया। अभी यह परिस्थिति बनी रहेगी क्योंकि इस बीच 18 मई से राहु और मंगल का षडाष्टक योग बना, फिर 7 जून से शनि एवं मंगल का षडाष्टक योग बना जिसने दो देशों के बीच युद्ध को भड़काया। यह योग 28 जुलाई तक रहेगा। इसी बीच 15 मार्च से 11 जून तक खप्पर योग था और अब 11 जुलाई से लेकर 7 अक्टूबर तक पुन: खप्पर योग बनेगा। उपरोक्त योग संयोग में यदि भारत पर होता है आतंकवादी हमला तो फिर होगा भयानक युद्ध।
पहली तारीख 11 जुलाई से 18 अक्टूबर के बीच फिर से भड़क सकता है युद्ध:
दूसरी तारीख 18 अक्टूबर: 14 मई 2025 बुधवार को रात्रि 11 बजकर 20 मिनट पर बृहस्पति ग्रह वृषभ से निकलकर मिधुन राशि में प्रवेश किया। मिथुन राशि में बृहस्पति 18 अक्टूबर 2025 तक रहेंगे और इसके बाद तेज गति से कर्क राशि में चले जाएंगे। कर्क में बृहस्पति नीच के हो जाते हैं। नीच के होकर बुरा फल देंगे। ऐसी आशंका है कि तब भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से उकसावे की कार्रवाई के बाद तनाव उत्पन्न हो सकता है।
दूसरी तारीख 13 अप्रैल 2026 से 2 जून 2026 के बीच फिर से भड़क सकता है युद्ध:
11 नवंबर 2025 को गुरु ग्रह वक्री हो जाएंगे और 5 दिसंबर 2025 को पुनः मिथुन राशि में वापस लौट आएंगे। इसके बाद, गुरु 2 जून 2026 तक मिथुन राशि में रहने वाले हैं। इस तरह मार्गी और वक्री का उनका गोचर चलता रहेगा। 2 जून 2026 मंगलवार को मध्यरात्रि 02:25 पर जब बृहस्पति कर्क राशि में गोचर करेंगे तो फिर से भारत पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर होगा।
तीसरी तारीख 3 जून 2027 को शनि के मेष राशि में गोचर करने पर होगा युद्ध:
3 जून 2027 को शनि का महापरिवर्तन होगा। वह मीन से निकलकर मेष राशि में गोचर करेंगे। मेष मंगल की राशि है। शनि और मंगल का यह संयोग देश और दुनिया में युद्ध की आग को भयानक करने वाला है। ऐसे में युद्ध अपने चरम पर होगा।