Akshaya Tritiya 2022: आज 3 अप्रैल 2022 मंगलवार के दिन रोहिणी नक्षत्र के योग और राजयोग में अक्षया तृतीया का त्योहार मनाया जा रहा है। अत्यंत शुभ मुहूर्त में आप यह 10 शुभ काम में से कोई भी एक कार्य कर लीजिये तो आपको इसका बहुत ही लाभ मिलेगा।
महामुहूर्त ( Akshaya tritiya Muhurt 2022): 3 मई 2022 दिन मंगलवार को वैशाख माह शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है जो अगले दिन 03:17 AM तक रहेगी। इस दिन अबूझ मुहूर्त रहेगा। यानी की पूरे दिन ही शुभ मुहूर्त रहेगा। इसे स्वयं सिद्ध मुहूर्त भी कहते हैं। फिर भी जानिए 3 महामुहूर्त।
1. पूजा के मुहूर्त : सुबह 5:39 से दोपहर 12:08 तक।
2. अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:58 से दोपहर 12:50 तक।
3. सोना या अन्य वस्तुएं खरीदने का शुभ मुहूर्त : सुबह 5:39 से दोपहर 13:21 तक।
4. विजय मुहूर्त : दोपहर 02:34 से 03:26 तक।
अक्षय तृतीया पर करें ये 10 शुभ काम (Do these 10 auspicious things on Akshaya Tritiya) :
1. श्रीहरि विष्णु की पूजा : श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ और श्री सूक्त का पाठ जीवन में धन, यश, पद और प्रतिष्ठा की प्राप्ति कराएगा। विष्णु भगवान की पूजा माता लक्ष्मी के साथ साथ करना चाहिए। भगवान विष्णु को पीला पुष्प अर्पित करें और पीला वस्त्र धारण कराकर घी के 9 दीपक जलाकर पूजा प्रारंभ करें।
2. रामरक्षा स्तोत्र का पाठ : जो लोग बीमारियों से ग्रस्त हैं उनको आज के दिन रामरक्षा स्तोत्र का पाठ अवश्य करना चाहिए।
3. चांदी या सोना खरींदे : अक्षय तृतीया के दिन चांदी के सिक्के और स्वर्ण आभूषणों की खरीददारी करना शुभ होना है। इस दिन नए आभूषण की खरीदी करना भी लाभदायी होता हैं। यह नहीं खरीद सकते हैं तो मिट्टी, पीतल या तांबे का घड़ा जरूर खरीदें।
4. गृह प्रवेश या गृह निर्माण करें : इस शुभ मुहूर्त में नूतन गृह प्रवेश या गृह निर्माण प्रारंभ कर सकते हैं। इस दिन अविवाहित लोगों के लिए विवाह का अत्यंत शुभ मुहूर्त होता है।
5. नया व्यापार प्रारंभ : इस दिन दुकान अथवा प्रतिष्ठान का शुभारंभ कर सकते हैं। इस दिन नए व्यापार का आरंभ करना भी लाभदायी होता हैं।
6. तीर्थ स्नान और तर्पण : अक्षय तृतीया के दिन तीर्थ स्नान तथा पितृ तर्पण का विशेष महत्व है। अत: इस दिन यह कार्य अवश्य करें।
7. रामचरित मानस : इस दिन श्री रामचरितमानस के अरण्य काण्ड का पाठ करना चाहिए। इस काण्ड में भगवान राम ऋषियों और महान संतों को दर्शन देते हैं और उनके जन्म जन्मान्तर के पुण्य का फल प्रदान करते हैं। इस काण्ड का पाठ करने से भगवान श्री राम की भक्ति प्राप्त होती है।
8. विद्यारंभ : इस दिन कोई नया कार्य करना, विद्यारंभ करना, लेखन की शुरुआत करना शुभ होता है।
9. श्रीसूक्त का पाठ : अक्षय तृतीया ललिता सहस्त्रनाम व श्रीसूक्त का पाठ कर मां त्रिपुरसुन्दरी एवं माता लक्ष्मी का अर्चन करें।
10. तिजोरी में रखें ये : अक्षय तृतीया के दिन अपने पूजा स्थान में एकाक्षी नारियल को लाल वस्त्र में बांधकर स्थापित करें। व्यापारीगण एकाक्षी नारियल को लाल वस्त्र में बांधकर अपनी तिजोरी में रखें। इस दिन चांदी की डिब्बी में शहद और नागकेसर भरकर अपनी तिजोरी में रखें।