मंगलवार, 11 मई 2021 को वैशाख मास की अमावस्या मनाई जा रही है। इसे सतुवाई अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन नदी स्नान तथा पितृ तर्पण का विशेष महत्व हैं। इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण करने से पितृ दोष दूर होता है तथा मनुष्य दिनोंदिन प्रगति/उन्नति करता है।
हमारे ज्योतिष शास्त्रों में भी अमावस्या (Amavasya )को विशेष तिथि माना गया है। मान्यता है कि इस दिन किए गए उपाय विशेष ही शुभ फल प्रदान करते हैं। अत: जीवन में आ रही सभी परेशानियों को दूर करने के लिए अमावस्या के दिन निम्न उपाय अवश्य आजमाने चाहिए।
यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं 8 सरलतम उपाय-
* अमावस्या के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद आटे की गोलियां बनाएं। गोलियां बनाते समय भगवान का नाम लेते रहें। इसके बाद समीप स्थित किसी तालाब या नदी में जाकर ये आटे की गोलियां मछलियों को खिला दें। इस उपाय से आपके जीवन की अनेक परेशानियों का अंत हो सकता है।
* इस दिन काली चींटियों को शकर मिला हुआ आटा खिलाएं। ऐसा करने से आपके पाप-कर्मों का क्षय होगा और पुण्य-कर्म उदय होंगे। यही पुण्य-कर्म आपकी मनोकामना पूर्ति में सहायक होंगे।
* इस दिन कालसर्प दोष निवारण हेतु सुबह स्नान के बाद चांदी से निर्मित नाग-नागिन की पूजा करें। सफेद पुष्प के साथ इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। कालसर्प दोष से राहत पाने का ये अचूक उपाय है।
* जिसे कालसर्प दोष हो, उन व्यक्तियों को अमावस्या के दिन किसी अच्छे पंडित से अपने घर में शिवपूजन एवं हवन करवाना चाहिए।
* अमावस्या वाली रात्रि को 5 लाल फूल और 5 जलते हुए दीये बहती नदी के पानी में छोड़ें। इस उपाय से धन का लाभ प्राप्त होने के प्रबल योग बनेंगे।
* अमावस्या के दिन भूखे प्राणियों को भोजन कराने का विशेष महत्व है।
* अमावस्या की रात्रि अगर आप काले कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलाते हैं और उसी समय वह कुत्ता यह रोटी खा लेता है तो इस उपाय से आपके सभी दुश्मन उसी समय से शांत होना शुरू हो जाएंगे।
* इस दिन शराब आदि नशे से भी दूर रहना चाहिए। इसके सेवन से आपके शरीर और भविष्य पर भी दुष्परिणाम हो सकते हैं।