कई ऐसी चीजें शास्त्रों और धर्म-पुराणों में बताई हैं, जिनके उधार लेने और दान करने से भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आइए आज हम आपको बताते हैं उन चीजों के बारे में जो ना उधार लेना चाहिए और ना ही दान में देना चाहिए।
पेन
शास्त्रों के अनुसार, चित्रगुप्त हमारे कर्मों को यमराज के यहां लिखते हैं। चित्रगुप्त अपनी लेखनी से हमारे जीवन में आगे आने वाली परेशानियों या खुशियों का खाका तैयार कर रहे होते हैं। इसलिए जीवन में कलम को बड़ा महत्व दिया गया है। वेदों के अनुसार, अपनी कलम को किसी के साथ बांटना या फिर किसी से कलम उधार लेना तरक्की में बाधक होसकता है।
घड़ी
कई लोग घड़ी का आदान प्रदान भी करते हैं। लेकिन याद रहे ऐसा करना आपकी मुश्किलें बढ़ा सकता है। इसलिए कभी किसी दूसरे व्यक्ति को अपनी घड़ी नहीं पहनना चाहिए। चूंकि घड़ी को व्यक्ति के जीवन के समय से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में किसी और की घड़ी को अपनी कलाई पर बांधने से आपकी प्रोफेशनल लाइफ में समस्या आ सकती है। अगर आपका अच्छा समय चल रहा होगा तो वह उधार लेने वाले के पास चला जाएगा और अगर घड़ी के मालिक का बुरा वक़्त चल रहा होगा तो वह लेने वाले के पास आ जाएगा। इसलिए देन और लेन दोनों से बचें।
कंघा
हमेशा अपने कंघे का ही उपयोग करना चाहिए। किसी दूसरे का कंघा इस्तेमाल करना सेहत और शास्त्र दोनों के लिहाज से हितकारी नही है। ना सिर्फ कंघे बल्कि सिर से संबंधित सभी सामग्री को कभी भी दूसरे से साझा नहीं करना चाहिए। इससे आपके भाग्य पर विपरीत असर पड़ सकता है।
अंगूठी
अंगूठी पुरुष और महिलाएं दोनों ही पहनती हैं, अंगूठी बदलना या उधार लेना आम बात है। इसे जीवन में आने वाली विपरीत परिस्थितियों से जोड़कर देखा गया है। कभी भी किसी दूसरे की अंगूठी न पहननी चाहिए और न ही लेनी, न देनी चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं, तो आपके जीवन में न केवल मुश्किलें आएंगी बल्कि आपको आर्थिक समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है।
कपड़े
किसी को भी दूसरे व्यक्ति के कपड़े नहीं लेना चाहिए। ऐसा करना ना सिर्फ शास्त्रों में मना है, बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह ठीक नहीं है। शास्त्रों की मानें तो किसी दूसरे के कपड़े पहनने से आपका भाग्य आपसे नाराज हो जाता है और दुर्भाग्य आपको चारों तरफ से घेर लेता है। इसके बाद आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।