बुलंदशहर। तेरी हिम्मत पर मीना हमें नाज है, तेरा मजबूती से भिड़ना गजब ढहा गया...मीना को अबला समझकर एक लुटेरे ने जब तेज गति से आते ट्रक के सामने धक्का दिया तो उसने सोचा भी न होगा कि मीना बच जाएगी लेकिन उसने न केवल अपने को बचाया बल्कि नारी के प्रचंड रूप में मां काली बनकर लुटेरे को पकड़कर उसका हुलिया बिगाड़ दिया। अकेले ही उसने न केवल लुटेरे की धुनाई की बल्कि उसे घसीटकर थाने तक ले गई।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महिला अपराध को लेकर सजग हैं, महिला सुरक्षा के लिए सड़कों पर जगह-जगह महिला पुलिसकर्मी तैनात रहती हैं, वहीं थानों के अंदर महिला हेल्प डेस्क भी खोली है। इतना होने के बाद भी महिलाएं सड़कों पर सुरक्षित नहीं हैं।
ताजा मामला पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले का है, जहां पुरानी दिल्ली कानपुर नेशनल हाईवे पर ड्यूटी पर जा रही युवती को निशाना बनाते हुए मोबाइल लुटेरे ने मोबाइल छीनकर ट्रक के आगे धक्का दे दिया। गनीमत रही कि पीड़ित मीना ट्रक के नीचे नहीं आई, इस साहसी मर्दानी ने गिरने के बाद भी खुद को संभाला और मोबाइल लुटेरे के पीछे दौड़ पड़ी और मोबाइल छीनकर भाग रहे युवक को दबोच लिया। पीड़िता इस लुटेरे आरोपी का गिरेबान पकड़कर धुनाई करते हुए कोतवाली तक घसीटते हुए ले आई।
बुलंदशहर में मीना नाम की युवती शिव नाडर यूनिवर्सिटी में बतौर रिसेप्सनिस्ट काम करती है। मीना अपने घर से कॉलेज के लिए निकली तो पुराने दिल्ली कानपुर नेशनल हाईवे पर भरे चौराहे पर एक लुटेरे ने उसे ट्रक के आगे धक्का दे दिया, लेकिन वह नीचे आने से बच गई। हम मीना के जोश को इसलिए सलाम करते हैं कि गिरने के बाद वह खुद संभली और आरोपी को भी दबोच लिया।
यह घटना कोतवाली से महज कुछ दूरी पर घटित हुई। सरेआम भीड़भाड़ वाले चौराहे पर जिस तरह से मीना को ट्रक के नीचे धक्का दे दिया गया, वह भी एक मोबाइल के लिए यह घटना यह बताने के लिए काफी है कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों पर पुलिस कितना अंकुश लगा पा रही है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है।
उत्तर प्रदेशीय महिला मंच की महासचिव ऋचा जोशी का कहना है कि मीना का जज्बा और जुनून देखने योग्य है, हमारी संस्था की सभी सदस्य मीना को नमन करती हैं। जिस दिन महिलाएं अपने को कमजोर समझना छोड़ देंगी, तो वह दुर्गा का सच्चा अवतार बन जाएंगी।