Astrology 13 din ka paksha in 2024 : हिंदू पंचांग और कैलेंडर के अनुसार एक पक्ष 15 दिन का होता है। 2 पक्ष का 1 माह होता है। इस बार प्रतिपदा और चतुर्दशी तिथि कम हो गई है जिसके चलते आषाढ़ माह का एक पक्ष 15 की बजाय 13 दिनों का रहने वाला है। इन 13 दिनों को अशुभ माना जाता है। इसे विश्वघस्र पक्ष और दुर्योग काल कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार संवत 2081 में इस बार यह पक्ष 23 जून से शुरू होकर 5 जुलाई तक रहेगा। इस दौरान सभी तरह के मांगलिक कार्य वर्जित रहेंगे।
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क्या होता है 13 दिन के पक्ष के चलते:-
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13 दिनों के पक्ष के चलते प्राकृतिक आपदाएं और राजनीतिक क्षेत्र में उतार-चढ़ाव आने की आशंका है।
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13 दिनों के पक्ष के चलते भारत के राजा पर विपत्ति आ सकती है या इन पक्ष में विपत्ति की शुरुआत हो जाएगी।
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13 दिनों के पक्ष के चलते प्रजा को नुकसान, रोग संक्रमण, महामारी, महंगाई, प्राकृतिक आपदा, लड़ाई झगड़ा, विवाद बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
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अतिवृष्टि, अनावृष्टि, राजसत्ता का परिवर्तन, विप्लव, वर्ग भेद आदि उपद्रव होने की संभावना पूरे साल बनी रहती है।
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ऐसे कहते हैं कि जब भी 13 दिन का पखवाड़ा आता है तब भूकंप समेत कई अप्रिय घटनाएं होती हैं।
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ज्योतिष के अनुसार इन्हीं 13 दिनों के अंदर भविष्य की विनाशकारी घटनाओं की नींव रख दी जाती है।
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इस बार अच्छी वर्षा होने के साथ ही वर्षा के कारण असम, बिहार और बंगाल में बाढ़ आने की आशंका है।
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पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन, भूकंप और बादल फटने जैसे हादसे हो सकते हैं।
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भारत, पाकिस्तान और ईरान जैसे देशों में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आ सकती है।
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13 दिन का पक्ष होने से पृथ्वी पर जनहानि युद्ध की संभावना होती है।
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महाभारत का युद्ध भी इन्हीं 13 तिथियों के पक्ष के कारण हुआ था।
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1937 में ऐसा ही संयोग में विनाशकारी भूकंप आया था तब बड़ी मात्रा में जनहानी हुई थी।
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1962 में ऐसा संयोग हुआ तब भारत चीन युद्ध हुआ था।
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1999 में जब 13 दिन के पक्ष का संयोग बना था तब कारगिल युद्ध हुआ था।
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1979 व 2005 में भी अप्रिय घटनाएं हुई थी।