* अगस्त माह के शुभ-अशुभ योग
कार्य-सिद्धि योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होते हैं। इसी कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले शुभ योग-संयोग को देख-परख लेना श्रेष्ठ होता हैं।
अगर आपको किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। आपके लिए प्रस्तुत हैं अगस्त 2016 के शुभ-अशुभ योग। आइए जानें -
कार्य-सिद्धि योग
दिनांक |
समय |
01 अगस्त |
देर रात्रि 02.09 से 05.28 तक |
02 अगस्त |
देर रात्रि 01.52 से देर रात्रि 05.28 तक |
07 अगस्त |
समस्त |
11 अगस्त |
सायं 05.44 से देर रात्रि 05.33 तक |
12 अगस्त |
प्रात: 05.33 से रात्रि 08.17 तक |
14 अगस्त |
प्रात: 05.34 से रात्रि 11.47 तक |
21 अगस्त |
प्रात: 05.37 से सायं 06.46 तक |
23 अगस्त |
प्रात: 05.38 से दिन 03.13 तक |
24 अगस्त |
दोपहर 01.34 से देर रात्रि 05.38 तक |
29 अगस्त |
प्रात: 09.03 से देर रात्रि 05.40 तक |
30 अगस्त |
प्रात: 09.13 से देर रात्रि 05.41 तक |
|
प्रात: 06.29 से देर रात्रि 05.31 तक |
23 अगस्त |
प्रात: 05.38 से दिन 03.13 तक |
सर्वदोषनाशक रवि योग
05 अगस्त |
देर रात्रि 04.26 से 07 अगस्त प्रात: 06.29 तक। |
08 अगस्त |
प्रात: 09.01 से 09 अगस्त दिन 11.53 तक। |
11 अगस्त |
सायं 05.44 से 12 अगस्त रात्रि 08.17 तक। |
15 अगस्त |
रात्रि 12.34 से 16 अगस्त सायं 06.42 तक। |
16 अगस्त |
सायं 06.42 से 17 अगस्त रात्रि 12.17 तक। |
23 अगस्त |
दिन 03.13 से 24 अगस्त दिन 01.34 तक। |
शेष योग अगले पृष्ठ पर....
द्विपुष्कर (दो गुना फल) योग
09 अगस्त |
प्रात: 08.14 से दिन 11.53 तक |
त्रिपुष्कर (तीन गुना फल) योग
20 अगस्त |
प्रात: 5.37 से दिन 10.45 तक |
28 अगस्त |
दोपहर 03.22 से देर रात्रि 05.40 तक |
विघ्नकारक भद्रा योग
01 अगस्त |
सूर्योदय से दोपहर 03.56 तक |
06 अगस्त |
दोपहर 03.19 से देर रात्रि 04.05 तक |
10 अगस्त |
प्रात: 10.39 से रात्रि 11.50 तक |
13 अगस्त |
देर रात्रि 05.04 से 14 अगस्त सायं 05.32 तक |
17 अगस्त |
सायं 04.28 से देर रात्रि 03.43 तक |
20 अगस्त |
रात्रि 09.32 से 21 अगस्त प्रात: 08.18 तक |
23 अगस्त |
रात्रि 12.39 से 24 अगस्त दिन 11.27 तक |
26 अगस्त |
देर रात्रि 05.26 से 27 अगस्त दिन 04.38 तक |
30 अगस्त |
दोपहर 02.03 से देर रात्रि 02.04 तक। |
पंचक
18 अगस्त |
दोपहर 11.53 से 22 अगस्त को सायं 04.58 तक |
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