हिन्दू धर्म में बहुधा जातक हाथ पर मौली, कलावा, रक्षासूत्र या पवित्र बंधन बांधते हैं, यह रक्षासूत्र होता है जो जातक को उसकी राशि और ईष्ट देवता के अनुसार बांधा जाता है। यह अक्सर जातकों के ऊपर आने वाली कठिनाइयों और पीड़ाओं का शमन भी करता है, साथ ही भयंकर संकटों से भी बचाता है।
उदाहरण स्वरूप बच्चों के हाथों या गले में काला धागा बांधा जाता है जो उन्हें बुरी नजर से बचाता है। उसी प्रकार अन्य रंग के सूत्र भी कई प्रकार की बाधाओं और मुसीबतों से रक्षा करते हैं, परंतु हर जातक को अपने ईष्ट देव, ग्रह-नक्षत्र के अनुसार ही रंग का चयन करना चाहिए।
आइए जानते हैं कि कौन-सी राशि या देवता के लिए किस रंग का धागा/रक्षासूत्र बांधा जाना चाहिए।
* शनि की कृपा के लिए नीले रंग का सूती धागा बांधना चाहिए।
* बुध के लिए हरे रंग का सॉफ्ट धागा बांधना चाहिए।
* गुरु और विष्णु के लिए हाथ में पीले रंग का रेशमी धागा बांधना चाहिए।
* शुक्र या लक्ष्मी की कृपा के लिए सफेद रेशमी धागा बांधना चाहिए।
* चंद्र और शिव को प्रसन्न करने हेतु शिव की कृपा या चंद्र के अच्छे प्रभाव के लिए भी सफेद धागा बांधना चाहिए।
* राहु-केतु और भैरव को मनाने के लिए और इनकी कृपा के लिए काले रंग का धागा बांधना चाहिए।
* मंगल और हनुमान- भगवान हनुमान या मंगल ग्रह की कृपा के लिए लाल रंग का धागा हाथ में बांधना चाहिए।