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भविष्य मालिका: कलियुग चरम पर है, होगी महाप्रलय, वही लोग बचेंगे जो करेंगे ये 5 काम

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WD Feature Desk

, मंगलवार, 5 अगस्त 2025 (16:12 IST)
Bhavishya malikabhavishya malika in hindi: ओड़िसा के संत अच्युतानंद दास द्वारा लिखित भविष्यवाणी की किताब भविष्य मालिका की पांडुलीपी कहां है यह कोई नहीं जानता है। कहते हैं कि संत अच्युतानंद दास ने पुरी के जगन्नाथ मंदिर को केंद्र में रखकर कई भविष्‍यवाणियां की है। भविष्य मालिका के अनुसार धरती 3 चरणों से गुजर रही है। पहला कलयुग का अंत होगा, दूसरा महाविनाश होगा और तीसरा आएगा एक नया युग। 
 
शनि का गोचर मचाएगा तबाही : भविष्य मालिका के अनुसार जब शनि कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे तब महाविनाश का प्रारंभ होगा। शनि ने 29 अप्रैल को ही कुंभ में प्रवेश किया था। फिर शनि वक्री होकर 12 जुलाई 2022 को मकर राशि में गोचर किया था। इस दौरान महायुद्ध की नींव पड़ जाने का संकेत किया गया है।। शनि उसके बाद जब 17 जनवरी 2023 को शनि पुन: कुंभ में आएंगे और 29 मार्च 2025 तक यहीं रहेंगे। इस दौरान तीसरे विश्‍वयुद्ध से महाविनाश का पहला चरण प्रारंभ होगा। उसके बाद 29 मार्च 2025 से 23 फरवरी 2028 तक शनि मार्गी और वक्री होकर मीन राशि में रहेंगे। तब जनता त्राहि-त्राहि करने लगेगी। फिर 23 फरवरी 2028 से 17 अप्रैल 2030 तक शनि मेष राशि में रहेंगे तब महाविनाश चारों ओर नजर आएगा। 2030 के बाद सभी देश शांति की बात करेंगे, लेकिन तब तक करोड़ों लोग मारे जा चुके होंगे।
वही लोग बचेंगे जो करेंगे ये 5 काम:
1. नाम जप: भविष्‍य मालिका के अनुसार नाम जप ही लोगों को बचाएगा। नाम जप में श्रीकृष्‍ण, श्रीराम, माधव नाम, हनुमान नाम और अपने अपने ईष्‍ट का नाम जप ही लोगों को बचाएगा। इसकी साथ ही भागवत पुराण और गीता का पाठ भी करना चाहिए। भगवान कल्कि अपने भक्तों पर आ रही मुसीबतों को दूर कर उनकी रक्षा करेंगे। भविष्ण मालिका के अनुसार प्रलय के दौरान दुनियाभर में चारों आरे भयावह दृश्य नजर आएगा। तब भगवान कल्कि वासुकी को आज्ञा देंगे कि वह उन स्थानों का धरातल से ऊपर की ओर उठा दें जहां भगवान के भक्त रहते हैं। कलियुग में इस महाप्रलय से केवल वही बचेगा जो प्रभु भक्ति में ध्यान लगाएगा।
 
2. त्रिसंध्या: भविष्‍य मालिका के अनुसार लोगों को त्रिसंध्या यानी त्रिकाल संध्या करना चाहिए। यानी उषाकाल, मध्यान्ह काल और सायंकाल को आचमन, प्राणायाम, अंग-प्रक्षालन तथा बाह्यभ्यांतर शुचि की भावना करने का विधान होता है। इसके बाद अपने इष्‍ट देव का ध्यान या पूजा करें।
 
3. शुद्ध कर्म: भविष्‍य मालिका के अनुसार पापी लोग नहीं बच पाएंगे। बचेंगे वहीं जिनके कर्म और आचरण अच्‍छे होंगे। फिर वे भले ही किसी भी धर्म, जाति या समाज से हों। जो व्याभिचारी, दुराचारी, कपटी, शराबी, मांसाहारी हैं, उनका बचना मुश्‍किल होगा।
 
4. सुरक्षित ठिकाना: भारत ही नहीं देश दुनिया के वे सभी इलाके युद्ध से सुरक्षित रह सकते हैं जो कि ठेठ ग्रामीण क्षेत्र हैं। इंटिरियर इलाकों में युद्ध की आग नहीं पहुंच पाएगी। यदि आप घनी शहरी आबादी में रहते हैं तो आपको भी सुरक्षित ठिकाने ढूंढना होंगे। यदि आप समाज और सरकार का सहयोग कर सकते हैं तो पहले अपने परिवार को सुरक्षित जगह पर रखें।
 
5. जरूरी सामान: लालटेन, सिगड़ी, मल्टीपल पेचकस, फोल्डिंग डंडा, घट्टी, सिलबट्टा और खल बत्ता, टॉर्च, कंपास, बैटरी या सेल वाला रेडियो, सूखे खाद्य पदार्थ, केटली और सुराही आदि कई ऐसे सामान हैं जो संकट काल में काम आते हैं। 
 

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