Brihaspati grah ka vakri hona: बृहस्पति ग्रह इस समय मेष राशि में गोचर कर रहे हैं। अब वे 4 सितंबर की शाम 4 बजकर 58 मिनट पर मेष राशि में वक्री होंगे। इसके बाद 31 दिसंबर को पुन: मार्गी हो जाएंगे। बृहस्पति यानी गुरु ग्रह के वक्री होने से कुछ राशियों को किस्मत बदल जाएगी। धन संबंधी उनकी समस्या का समाधान होगा। जानते हैं कि मेष से मीन राशि के बीच 12 राशियों में कौनसी वे भाग्यशाली राशी है।
मेष राशि : आपके प्रथम भाव में बृहस्पति के वक्री होने से सेहत का ध्यान रखना होगा। हलांकि व्यापार में आपको सफलता मिलेगी। नौकरीपेशा हैं तो पदोन्नति के योग बन रहे हैं। इस ग्रह की पांचम भाव पर दृष्टि भाग्य को जागृत करके अचानक से धनलाभ करा सकती है। यह समय सुखद रहेगा।
सिंह राशि : आपकी राशि के नौवें भाव में वक्री हो रहे हैं। भूमि और भवन में लाभ होगा। नौकरी में आप तरक्की करेंगे और व्यापारी हैं तो आर्थिक स्थिति और भी ज्यादा मजबूत होगी। लंबी यात्रा के योग भी बनेंगे। पिता से संबंधों को मजबूत बनाकर रखें।
तुला राशि : आपकी राशि के सातवें भाव में गुरु वक्री होना व्यापारिक लाभ के साथ ही दांपत्य जीवन को भी सुखमय बनाएगा। हालांकि आमदानी के साथ ही खर्चे भी बढ़ जाएंगी। हालांकि पारिवारिक जीवन भी पहले से बेहतर होगा। साझेदारी के कार्य में आपको अच्छा धनलाभ होगा।
धनु राशि : आपके लिए गुरु का वक्री होना शुभ माना जा रहा है जो साहस और आत्मविश्वास का संचार करेगी। आपके अटके कार्य पूर्ण होंगे। नौकरी और व्यापार में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। बड़े कार्य की जिम्मेदारी मिलेगी।
मीन राशि : आपकी राशि के दूसरे भाव में में गुरु का वक्री होना आपकी वाणी और संबंधों में सुधार करेगा। आर्थिक रूप से लाभ प्राप्त करेंगे। बचत में बढ़ोतरी होगी। करियर में सफलता मिलेगी। नौकरी में उन्नति होगी और व्यापार में मुनाफा मिलेगा। अटके हुए सभी कार्य पूर्ण होंगे।