Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

Ghar me chuhe ka aana : घर में यदि चूहों ने बना लिया है घर तो जानिए किस बात का है संकेत?

हमें फॉलो करें rat

WD Feature Desk

, बुधवार, 21 अगस्त 2024 (15:21 IST)
Ghar me kale chuhe ka aana: घर में चूहा आना शुभ या अशुभ। कई घरों में चूहे होते हैं। चूहे का किसी के घर में बिल बना लेने के कई कारण होते हैं। हालांकि शकुन अपशगुन शास्त्र में इसके अलग मायने निकाले जाते हैं। इससे घर की नींव और दीवारें कमजोर होने लगती है। इससे सांप के आने की संभावना भी बढ़ जाती है इसलिए चूहों का बिल बनाना अच्छा नहीं माना जाता है। आओ जानते हैं घर में चूहों के आने का क्या है संकेत।ALSO READ: Puja niyam : पूजा घर में दीपक किस तरह से जलाएं कि घर में हो धन की बरसात?
 
1. अगर घर में अचानक से काले चूहे ज्यादा संख्या में आने लगे हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है, तो यह इशारा करता है कि निकट भविष्य में कोई विपत्त‍ि आने वाली है।
 
2. मान्यता अनुसार जिस घर में काले चूहों की संख्या अधिक हो जाती है वहां किसी व्याधि के अचानक होने का अंदेशा रहता है।
 
3. लाल किताब के अनुसार यह भी माना जाता है कि चूहे हमारे घर की शांति, समृद्धि को धीरे-धीरे कुतर कर खा जाते हैं।
 
4. यह भी माना जाता है कि यदि घर में काले रंग के चूहे बहुत अधिक तादाद में दिन और रात भर घूमते रहते हो तो, समझ लीजिए कि किसी रोग या शत्रु का आक्रमण होने वाला है।
 
5. कहते हैं कि घर में चूहों ने होने से रोग या बीमारी फैलती है। चूहों के कारण संक्रमण फैलता है। चुहे जहां-जहां जाते हैं, जिस सामान पर बैठते हैं वहां बीमारियां भी छोड़ते जाते हैं।ALSO READ: swapna shastra: सपने में यदि नजर आएं ये 3 चीजें तो समझो अमीर बनने वाले हो
 
6. वास्‍तुशास्‍त्र के अनुसार चूहा नकारात्मक और अज्ञानी शक्तियों का प्रतीक माना जाता है।
 
7. चूहों की मौजूदगी से घर में मौजूद लोगों की बुद्धि का भी विनाश होता है। वे जीवन में सही निर्णय नहीं ले पाते हैं।
 
8. यह बड़ा ही अजीब है कि चूहों का घर में होना अशुभ माना जाता है लेकिन छछूंदरें हैं तो वह शुभ है। कहते हैं कि जिस भवन में छछूंदरें घूमती हैं वहां लक्ष्मी की वृद्धि होती है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

krishna janmashtami 2024: श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2024 पर क्या है निशीथ पूजा का मुहूर्त?