* 'पाक्षिक-पंचांग': कार्तिक शुक्ल पक्ष
'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए 'पाक्षिक-पंचाग' श्रृंखला में प्रस्तुत है कार्तिक शुक्ल पक्ष का पाक्षिक पंचांग-
संवत्सर- विरोधकृत
संवत्- 2075 शक संवत् :1940
माह- कार्तिक
पक्ष- शुक्ल पक्ष (8 नवंबर से 23 नवंबर)
ऋतु: हेमंत
रवि: दक्षिणायने
गुरु तारा- उदित स्वरूप (12 नवंबर से अस्त स्वरूप रहेगा)
शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 8 नवंबर, 9 नवंबर, 11 नवंबर, 18 नवंबर, 20 नवंबर।
अमृत सिद्धि योग- अनुपस्थित
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- 13 नवंबर
रवि पुष्य योग- अनुपस्थित
गुरु पुष्य योग- अनुपस्थित
एकादशी- 19 नवंबर (देवप्रबोधनी एकादशी व्रत)
प्रदोष- 20 नवंबर (भौम प्रदोष व्रत)
भद्रा- 11 नवंबर (उदय-अस्त), 15 नवंबर (उदय-अस्त), 18 नवंबर (उदय)-19 नवंबर (अस्त), 22 नवंबर (उदय-अस्त)
पंचक- 15 नवंबर से प्रारंभ- 20 नवंबर को अस्त
मूल- 10 नवंबर से प्रारंभ-11 नवंबर को समाप्त 19 नवंबर से प्रारंभ- 21 नवंबर को समाप्त
पूर्णिमा- 23 नवंबर (कार्तिक पूर्णिमा)
ग्रहाचार: सूर्य-तुला राशि में (17 नवंबर से वृश्चिक राशि में), चंद्र- (सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-कुंभ राशि में, बुध-वृश्चिक राशि में, गुरु-वृश्चिक राशि में, शुक्र-तुला राशि में, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्योहार: 8 अन्नकूट (श्री गोवर्धन पूजा), 9 नवंबर- भाई दूज,13 नवंबर- सूर्य षष्ठी
16 नवंबर- गोपाष्टमी,19 नवंबर- तुलसी विवाह (देवउठनी ग्यारस), 21 नवंबर-बैकुंठ चतुर्दशी
23 नवंबर- कार्तिक पूर्णिमा, भीष्म पंचक पूर्ण।
(विशेष-उपर्युक्त गणनाओं में पंचांग भेद होने पर तिथियों में परिवर्तन संभव है।)
- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र