* शनि अमावस्या पर करें ये 5 सरल उपाय, बनेंगे अपार धन प्राप्ति के योग
18 नवंबर को शनि अमावस्या है। ज्योतिष के अनुसार अमावस्या के दिन भगवान शनि का दिन पड़ रहा है, इसी वजह से इसे शनिचरी अमावस्या कहा जाता है। शनि की अनुकूलता से व्यक्ति को चल रही साढ़ेसाती, ढैय्या और कुंडली में मौजूद कमजोर शनि का प्रभाव समाप्त होता है। कार्यों में आ रही बाधाएं खत्म होती हैं। व्यापारियों को तरक्की, नौकरीपेशा को पदोन्नति मिलती है।
अमावस्या के दिन अगर शनिवार आ जाए तो इसका काफी महत्व बढ़ जाता है। इस दिन शनिदेव का पूजन-अर्चन करने से दांपत्य जीवन में आ रही परेशानियां समाप्त होती हैं। जो लोग बीमारियों से ग्रस्त रहते हैं अथवा जिन लोगों की बार-बार वाहन दुर्घटना होती है, उन्हें शनि की शांति के लिए पूजा करनी चाहिए इससे राहत मिलती है।
इस दिन शनि के साथ-साथ हनुमानजी की पूजा करने का भी विशेष महत्व है। शनि पूजा के लिए विशेष समय रात्रि या गोधूलि अर्थात शाम का समय होता है। अत: शनि अमावस्या के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए आप निम्न अचूक उपाय आजमा सकते हैं।
आजमाएं ये सरलतम उपाय
* शनि के शांति के लिए शनि स्तवराज, शनि स्तोत्र और शनि अष्टक का पाठ करें।
* जिन जातकों पर शनि की साढ़ेसाती अथवा शनि का ढैय्या चल रहा है, उन्हें शनि अमावस्या के दिन शनि की विशेष आराधना करनी चाहिए।
* इस दिन शनि के बीज मंत्र तथा शनि की वस्तुओं का दान करना चाहिए। विशेष कर दान में लोहा, उड़द की दाल, तेल, पुराने वस्त्रों का दान और तली हुई वस्तुओं का दान जैसे समोसा, कचौड़ी का दान निर्धनों को करना चाहिए।
* जिन जातकों को कड़ी मेहनत के बाद भी मनोवांछित फल नहीं मिल रहे हैं, उन्हें हर शनिवार को तेल की मालिश करनी चाहिए। इससे स्वास्थ्य लाभ भी होता है और रुके हुए काम भी बनते हैं।
* इस दिन हनुमान जी का बजरंग बाण, हनुमान चालीसा और संकट मोचन के नित्य पाठ से भी शनि प्रसन्न होते हैं।
अमावस्या के दिन यह उपाय करने से मनुष्य के जीवन के सभी कष्ट दूर होकर शनि की अनुकूलता मिलती है तथा अपार धन की प्राप्ति के योग बनते है।