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हरियाली अमावस्या पर पुष्य नक्षत्र में लगाएं ये 5 शुभ पौधे और पाएं ये 5 फायदे

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हमें फॉलो करें Hariyali Amavasya 2025 date and time

WD Feature Desk

, बुधवार, 23 जुलाई 2025 (13:54 IST)
Planting trees on Amavasya: इस बार 24 जुलाई 2025, गुरुवार को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी। यह दिन प्रकृति और पितरों को समर्पित होता है। इस वर्ष हरियाली अमावस्या पर एक अत्यंत शुभ संयोग बन रहा है: पुष्य नक्षत्र का योग। पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों में राजा माना जाता है, और यह शुभता, समृद्धि और पोषण का प्रतीक है। हरियाली अमावस्या पर पुष्य नक्षत्र में पौधे लगाना विशेष फलदायी माना जाता है, क्योंकि इससे पितरों का आशीर्वाद भी मिलता है और ग्रह शांति भी होती है।ALSO READ: सावन मास की हरियाली अमावस्या को करते हैं 5 प्रमुख काम, मिलेगा शुभ फल
 
इस बार हरियाली अमावस्या बृहस्पतिवार, जुलाई 24, 2025 को 02:28 ए एम से अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी तथा शुक्रवार, 25 जुलाई 2025 को 12:40 ए एम पर अमावस्या तिथि समाप्त होगी। अत: इस समयावधि में पौधारोपण करके लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
 
आइए जानते हैं ऐसे 5 शुभ पौधे जिन्हें आप इस दिन लगाकर 5 विशेष फायदे प्राप्त कर सकते हैं:
 
1. तुलसी का पौधा (पवित्रता और सकारात्मकता): 
तुलसी को अत्यंत पवित्र और औषधीय पौधा माना जाता है। यह भगवान विष्णु को प्रिय है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। हरियाली अमावस्या पर इसे लगाने से पितरों को शांति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। पुष्य नक्षत्र में लगाने से इसकी शुभता कई गुना बढ़ जाती है।
 
• फायदे: घर में सुख-समृद्धि: तुलसी घर में धन आगमन के रास्ते खोलती है और सकारात्मक माहौल बनाती है।
 
2. शमी का पौधा (शनि शांति और विजय): 
शमी का पौधा भगवान शिव और शनिदेव दोनों को प्रिय है। हरियाली अमावस्या पर पुष्य नक्षत्र में इसे लगाना शनि दोष को शांत करने और कार्यों में विजय प्राप्त करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इसे घर के मुख्य द्वार के दाहिनी ओर लगाना चाहिए।
 
• फायदे: शनि दोष से मुक्ति: शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या अन्य शनि दोषों के अशुभ प्रभावों को कम करता है।ALSO READ: हरियाली अमावस्या कब है, जानिए पितृ दोष मुक्ति के 5 अचूक उपाय
 
3. बेलपत्र का पौधा (शिव कृपा और आरोग्य)
बेलपत्र का पौधा भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। हरियाली अमावस्या पर इसे लगाने और नियमित रूप से शिवजी को इसके पत्ते अर्पित करने से महादेव की असीम कृपा प्राप्त होती है। पुष्य नक्षत्र का संयोग इसे और भी फलदायी बनाता है।
 
• फायदे: महादेव की कृपा: भगवान शिव प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। तथा अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
 
4. आंवले का पौधा (लक्ष्मी कृपा और स्वास्थ्य)
आंवले का पौधा भगवान विष्णु को प्रिय है और इसे देवी लक्ष्मी का वास माना जाता है। हरियाली अमावस्या पर इसे लगाने से घर में सुख-समृद्धि और धन का आगमन होता है। यह स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है।
 
• फायदे: लक्ष्मी कृपा: धन-धान्य और वैभव में वृद्धि होती है।
 
5. पीपल का पौधा (पितृ शांति और शनि कृपा)
पीपल के वृक्ष में त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) और पितरों का वास माना जाता है। हरियाली अमावस्या पर पुष्य नक्षत्र में पीपल का पौधा लगाने से पितरों को शांति मिलती है और शनि दोष भी शांत होता है। हालांकि, इसे घर से दूर किसी मंदिर या सार्वजनिक स्थान पर लगाना चाहिए।
 
• फायदे: शनि कृपा: शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है और शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
 
हरियाली अमावस्या पर पुष्य नक्षत्र के इस शुभ संयोग में ये पौधे लगाकर आप न केवल पर्यावरण में योगदान देंगे, बल्कि अपने जीवन में भी सुख-समृद्धि और शांति का आह्वान करेंगेल क्योंकि इस दिन लगाए गए पौधे सिर्फ वातावरण को शुद्ध नहीं करते, बल्कि आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, स्वास्थ्य, समृद्धि और सुख भी लाते हैं।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ALSO READ: हरियाली अमावस्या पर करें नांदीमुख श्राद्ध, क्या होता है, कैसे करते हैं, क्या होगा फायदा, जानिए

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