जून माह के कार्य-सिद्धि योग
कार्य-सिद्धि योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होते हैं। इसी कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले शुभ योग-संयोग को देख-परख लेना श्रेष्ठ होता हैं। अगर आपको किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। आपके लिए प्रस्तुत हैं जून 2016 के शुभ-अशुभ योग। आइए जानें :-
02 जून |
प्रात: 05.10 से रात्रि 08.16 तक |
04 जून |
दिन 03.05 से देर रात्रि 05.10 तक |
06 जून |
सूर्योदय से दिन 10.26 तक |
09 जून |
सूर्योदय से प्रात: 07.30 तक |
12 जून |
दोपहर 11.36 से देर रात्रि 05.10 तक |
17 जून |
देर रात्रि 01.57 से देर रात्रि 05.11 तक |
24 जून |
सूर्योदय से रात्रि 09.25 तक |
28 जून |
प्रात: 05.13 से प्रात: 07.04 तक |
अमृत सिद्धि योग
04 जून |
दोपहर 03.05 से देर रात्रि 05.10 तक |
06 जून |
प्रात: 05.10 से दिन 10.26 तक |
09 जून |
प्रात: 05.10 से प्रात: 07.30 तक |
सर्वदोषनाशक रवि योग
07 जून |
प्रात: 08.46 से रात्रि 11.59 तक। |
08 जून |
प्रात: 07.45 से 09 जून प्रात: 07.30 तक। |
10 जून |
प्रात: 08.05 से 11 जून प्रात: 09.29 तक। |
13 जून |
दिन 02.16 से 14 जून सायं 05.15 तक। |
17 जून |
देर रात्रि 01.57 से 18 जून देर रात्रि 04.14 तक। |
26 जून |
प्रात: 08.56 से 27 जून प्रात: 08.10 तक। |
त्रिपुष्कर (तीन गुना फल) योग
26 जून |
दिन 02.21 से देर रात्रि 05.13 तक |
गुरु पुष्यामृत योग
09 जून |
प्रात: 05.10 से प्रात: 07.30 तक |
विघ्नकारक भद्रा
03 जून |
दोपहर 03.17 से देर रात्रि 01.34 तक |
08 जून |
दोपहर 12.07 से रात्रि 11.36 तक |
11 जून |
रात्रि 12.48 से 12 जून दोपहर 01.40 तक |
15 जून |
रात्रि 08.41 से 16 जून प्रात: 09.55 तक |
19 जून |
दोपहर 03.31 से देर रात्रि 04.02 तक |
22 जून |
देर रात्रि 05.11 से 23 जून सायं 05.05 तक |
26 जून |
दोपहर 02.21 से देर रात्रि 01.33 तक |
29 जून |
सायं 07.16 से 30 जून प्रात: 05.59 तक |
पंचक
07 जून |
देर रात्रि 03.42 से 12 जून प्रात: 09.40 तक |
मूल-संज्ञक नक्षत्र
रेवती-अश्विनी |
02 जून रात्रि 08.16 तक |
आश्लेषा-मघा |
09 जून प्रात: 07.30 से 11 जून दिन 09.29 तक |
ज्येष्ठा-मूल |
18 जून देर रात्रि 04.14 से 21 जून प्रात: 07.31 तक |
रेवती-अश्विनी |
28 जून प्रात: 07.04 से 29 जून देर रात्रि 03.56 तक |