कार्तिक माह में भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और तुलसीजी की पूजा का विशेष महत्व रहता है। इसी के साथ इस माह में यक्षराज कुबेर, यमदेव, भगवान धन्वंतरि की पूजा भी होती है। इस माह में खान पान का भी विशेष ध्यान रखने से लाभ मिलता है। आओ जानते हैं कि इस माह में क्या खाएं और क्या नहीं।
क्या खाएं : इस माह में मूली खाना चाहिए। मूली का सेवन सेहत की दृष्टि से लाभदायक माना गया है। इस माह में दूध, खीर, सूखे मेवे और इसी तरह के उत्तम भोजन करना चाहिए।
क्या न खाएं : कार्तिक माह में 1.मछली, 2.बैंगन, 3.दही, 5.करेला और 5.जीरा ये पांच चीजें बिल्कुल भी नहीं खाना मना है। इसके अलावा उड़द, मूंग, मसूर, चना, मटर, राई, छाछ, प्याज, लहसुन, शराब मांस आदि का भी मना किया जाता है।
कार्तिक माह में जल में विष्णु का वास रहता है इसलिए मछली नहीं खा सकते हैं। बैंगन खाने से पित्त दोष बढ़ जाता है। दही खाना संतान के लिए शुभ नहीं माना जाता। करेला में नहीं दिखाई देने वाले कीड़ों की संख्या बढ़ जाती है। जीरे की तासीर ठंडी रहती है और इसे ठंड की शुरुआत में खाना नुकसानदायक होता है। इस माह में दोपहर में सोना और शरीर पर तेल लगाना भी नुकसानदायक होता है।