Krishna Janmashtami 2023 : कृष्ण जन्माष्टमी प्रतिवर्ष भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। यहां तिथि निर्धारण में निम्न सिद्धांत अनुकरणीय होता है।
* शुद्धा तिथि : शास्त्रानुसार जो तिथि उदयकाल से उदयपर्यंत रहती है उसे शुद्धा तिथि कहते हैं।
* विद्धा तिथि : जो तिथि सप्तमी और नवमी से संयुक्त हो उसे विद्धा तिथि कहते हैं।
- सिद्धांतरूप में इस दिन अर्द्धरात्रि में रहने वाली तिथि अधिक मान्य होती है।
- यदि वह दो दिन हो या दोनों ही दिन ना हो उस स्थिति में सप्तमी विद्धा त्याग कर नवमी विद्धा को ग्रहण करना चाहिए।
- किंतु 6 सितंबर को अर्द्धरात्रि में अष्टमी तिथि होने से यहां उपरोक्त सिद्धांत मान्य नहीं होगा।
- अतः स्मार्त श्रद्धालुओं द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 6 सितंबर को ही मनाया जाना श्रेयस्कर रहेगा।
- वैष्णवों द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी का अगले दिन 7 सितंबर को मनाया जाएगा।
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र