आज है सावन संकष्टी चतुर्थी का व्रत, पढ़ें श्री गणेश के 32 नाम और 5 मंत्र
sawan sankashti chaturthi 2023 : आज सावन महीने की चतुर्थी का व्रत रखा जा रहा है। इसे गजानन संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। यह व्रत बहुत लाभकारी माना गया है। अत: आज के दिन भगवान श्री गणेश की पूजा-उपासना करने का खास महत्व है। इस चतुर्थी पर श्री गणेश के कुछ खास नामों को पढ़ने से तथा उनके मंत्रों का जाप करने से गणपति बप्पा प्रसन्न होकर हर क्षेत्र में सफलता का वरदान देते हैं।
यहां पाठकों के लिए खास तौर पर प्रस्तुत हैं भगवान गणेश के 32 नाम और उनके विशेष 5 मंत्र
श्री गणेश के 32 नाम Lord Ganesh 32 Names
1. श्री बाल गणपति- छ: भुजाओं और लाल रंग का शरीर।
2. श्री तरुण गणपति- आठ भुजाओं वाला रक्तवर्ण शरीर।
3. श्री भक्त गणपति- चार भुजाओं वाला सफेद रंग का शरीर।
4. श्री वीर गणपति- दस भुजाओं वाला रक्तवर्ण शरीर।
5. श्री शक्ति गणपति- चार भुजाओं वाला सिंदूरी रंग का शरीर।
6. श्री द्विज गणपति- चार भुजाधारी शुभ्रवर्ण शरीर।
7. श्री सिद्धि गणपति- छ: भुजाधारी पिंगल वर्ण शरीर।
8. श्री विघ्न गणपति- दस भुजाधारी सुनहरी शरीर।
9. श्री उच्चिष्ठ गणपति- चार भुजाधारी नीले रंग का शरीर।
10. श्री हेरंब गणपति- आठ भुजाधारी गौर वर्ण शरीर।
11. श्री उद्ध गणपति- छ: भुजाधारी कनक यानि सोने के रंग का शरीर।
12. श्री क्षिप्र गणपति- छ: भुजाधारी रक्तवर्ण शरीर।
13. श्री लक्ष्मी गणपति- आठ भुजाधारी गौर वर्ण शरीर।
14. श्री विजय गणपति- चार भुजाधारी रक्त वर्ण शरीर।
15. श्री महागणपति- आठ भुजाधारी रक्त वर्ण शरीर।
16. श्री नृत्त गणपति- छ: भुजाधारी रक्त वर्ण शरीर।
17. श्री एकाक्षर गणपति- चार भुजाधारी रक्तवर्ण शरीर।
18. श्री हरिद्रा गणपति- छ: भुजाधारी पीले रंग का शरीर।
19. श्री त्र्यैक्ष गणपति- सुनहरे शरीर, तीन नेत्रों वाले चार भुजाधारी।
20. श्री वर गणपति- छ: भुजाधारी रक्तवर्ण शरीर।
21. श्री ढुण्डि गणपति- चार भुजाधारी रक्तवर्णी शरीर।
22. श्री क्षिप्र प्रसाद गणपति- छ: भुजाधारी रक्ववर्णी, त्रिनेत्र धारी।
23. श्री ऋण मोचन गणपति- चार भुजाधारी लालवस्त्र धारी।
24. श्री एकदंत गणपति- छ: भुजाधारी श्याम वर्ण शरीर धारी।
25. श्री सृष्टि गणपति- चार भुजाधारी, मूषक पर सवार रक्तवर्णी शरीर धारी।
26. श्री द्विमुख गणपति- पीले वर्ण के चार भुजाधारी और दो मुख वाले।
27. श्री उद्दण्ड गणपति- बारह भुजाधारी रक्तवर्णी शरीर वाले, हाथ में कुमुदनी और अमृत का पात्र होता है।
28. श्री दुर्गा गणपति- आठ भुजाधारी रक्तवर्णी और लाल वस्त्र पहने हुए।
29. श्री त्रिमुख गणपति- तीन मुख वाले, छ: भुजाधारी, रक्तवर्ण शरीर धारी।
30. श्री योग गणपति- योगमुद्रा में विराजित, नीले वस्त्र पहने, चार भुजाधारी।
31. श्री सिंह गणपति- श्वेत वर्णी आठ भुजाधारी, सिंह के मुख और हाथी की सूंड वाले।
32. श्री संकष्ट हरण गणपति- चार भुजाधारी, रक्तवर्णी शरीर।, हीरा जड़ित मुकुट पहने।
5 गणेश मंत्र-Ganesh Mantra
1.- 'ॐ गणेशाय नम:'।
2.- 'ॐ गं गणपतये नम:।'
3.- वक्रतुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ निर्विघ्नम कुरू मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा।
4.- एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।
5.- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।
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