Mars transit in Cancer 2025: 3 अप्रैल 2025 को मंगल का मिथुन राशि से कर्क राशि में गोचर हुआ है, जहां वे 7 जून 2025 तक रहेंगे। कर्क राशि में मंगल के गोचर का प्रभाव अच्छा नहीं माना जा सकता है। इसके खराब प्रभाव के चलते देश और दुनिया में महत्वपूर्ण बदलाव होंगे। मंगल सामान्य रूप से एक राशि में 45 दिनों तक गोचर करते हैं। कर्क राशि मंगल की नीच राशि है तथा मंगल अग्नि तत्व का ग्रह है तथा जल तत्व की राशि कर्क में गोचर कर रहे हैं।
1. मंगल के प्रभाव के चलते प्रकृति में असामान्य घटनाएं घट सकती है कई जगह वर्षा, हिमपात तथा भूकंप की घटनाएं ज्यादा परेशान करेगी।
2. मंगल साहस, वीरता, लड़ाई, झगड़े का भी कारक माना जाता है मंगल के गोचर की वजह से विश्व में भी अशांति का खतरा तथा हिंसा घटनाएं अपना भयावरूप दिखा सकती है।
3. मंगल का गोचर भारत में भी राजनीतिक उथल-पुथल तथा सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा दे सकता है।
4. ग्रहों के सेनापति मंगल युद्ध, क्रोध, साहस, आवेग, भूमि के कारक माने जाते हैं। मंगल का कर्क राशि में जाना ज्योतिषी दृष्टिकोण से अच्छा नहीं माना जाता मंगल का नीच राशि कर्क में गोचर प्राकृतिक आपदाएं तथा जन-धन की हानि करवा सकता है।
5. मंगल के राशि परिवर्तन से कई राशियों पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा मंगल के गोचर की वजह से मिथुन, कर्क, सिंह, धनु तथा मकर राशि के जातकों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इन राशियों के लिए 7 जून तक का समय नकारात्मक प्रभाव रखने वाला होगा।