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नौतपा 2025 : नवतपा के दौरान क्या करें और क्या न करें: जानें काम की बाते

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WD Feature Desk

, सोमवार, 19 मई 2025 (15:16 IST)
Nautapa 2025: इस बार नौतपा 25 मई से शुरू होकर 3 जून 2025 तक जारी रहेगा, इस हिसाब से इसकी कुल अवधि 9 दिनों की होगी। मान्यतानुसार नौतपा एक मौसमीय अवधि काल होता है, जो भारतीय उपमहाद्वीप में गर्मी के चरम को दर्शाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 2025 में नौतपा 25 मई से 3 जून तक रहेगा। ALSO READ: तेलुगु हनुमान जयंती कब आती है, क्या करते हैं इस दिन?
 
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य देवता रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तो उनकी किरणें पृथ्वी पर सीधी पड़ती हैं, जिससे तापमान में अत्यधिक वृद्धि होती है। यह समय कृषि, मौसम और जलवायु के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि यदि नौतपा के दौरान अधिक गर्मी होती है, तो यह आगामी वर्ष में अच्छी बारिश का संकेत देता है। नौतपा के शुरुआती नौ दिन अर्थात् 25 मई से 3 जून 2025 तेज गर्मी पड़ने की संभावना है।ALSO READ: नौतपा क्या होता है, 2025 में कब से होगा प्रारंभ?
 
आइए यहां जानते हैं नौतपा के दौरान क्या करें और क्या न करें:
 
नौतपा में क्या करें:
 
1. जल अर्पण: सुबह सूर्योदय से पूर्व सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पित करें।
 
2. उपवास: विशेष उपवास रखें या हल्का आहार लें।
 
3. दान: जरूरतमंदों को जल, छाछ, नींबू पानी आदि का दान करें।
 
4. आराधना: आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
 
नौतपा के दिनों में क्या न करें:ALSO READ: मई 2025 में कब से लग रहा है पंचक, कब तक रहेगा जारी, जानें पूरी जानकारी
 
5. मांगलिक कार्य: विवाह, गृह प्रवेश आदि जैसे मांगलिक कार्यों से बचें।
 
6. मांसाहार: मांसाहार और तला-भुना भोजन से परहेज करें।
 
7. अत्यधिक यात्रा: अत्यधिक यात्रा करने से बचें, विशेषकर दोपहर के समय।
 
8. बच्चों को बाहर भेजना: बच्चों को अत्यधिक गर्मी में बाहर न भेजें।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ALSO READ: भविष्‍य मालिका की 6 भविष्यवाणी हुई सच, जगन्नाथ मंदिर को केंद्र में रखकर की गई है भविष्‍यवाणियां

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