Achyutananda bhavishya malika : उड़ीसा में 500 वर्ष पूर्व हुए संत अच्युतानंदजी की लिखी 'भविष्य मालिका' वायरल हो रही है। उनकी भविष्यवाणी के तीन हिस्से हैं पहला कलयुग का अंत होगा, दूसरा महाविनाश होगा और तीसरा एक हजार वर्षों तक शांति का राज रहेगा। भविष्यवाणी के जानकार मानते हैं कि कलयुग का अंत हो चुका है और अब महाविनाश की शुरुआत होगी। इस दौरान भारत के अंतिम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहेंगे या कि योगी आदित्यनाथ, इसको लेकर बहस हो रही है।
- भविष्य मालिका के अनुसार जगन्नाथ मंदिर से ऐसे 20 संकेत मिलेंगे तो कि कलयुग के अंत और महाविनाश की सूचना देंगे। उस समय ओड़िसा में पुरी के राजा गजपति महाराज होंगे।
- इन संकेतों के बाद दुनिया में बड़ी संख्या में लोगों के मरने का सिलसिला प्रारंभ होगा। भविष्यवाणी के जानकार कहते हैं कि यह 20 संकेत घट चुके हैं और उसके बाद से ही कोराना नाम की महामारी प्रारंभ हुई थी।
- भविष्यवाणी के जानकारों के अनुसार जब 29 अप्रैल 2022 को शनि मकर से निकलकर कुंभ राशि में जाएगा तब तीसरे विश्व युद्ध की नींव पड़ जाएगी। जैसा कि रशिया और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत भी इसी दौरान हुई। इसके बाद शनि वक्री होकर 12 जुलाई को फिर से मकर में आएंगे तब युद्ध की गति रुक जाएगी और नए समीकरण बनेंगे। लेकिन 17 जनवरी 2023 को शनि पुन: कुंभ में आएंगे तब कई देशों में आपसी तनाव के चलते युद्ध की शुरुआत होगी।
- तीसरा विश्वयुद्ध 6 साल 6 माह तक चलेगा। चीन 13 मुस्लिम देशों के साथ मिलकर भारत पर हमला कर देगा। आखिरी के 13 माह भारत युद्ध में शामिल होगा, भारत की इसमें विजय होगी। युद्ध के बाद भारत में सैन्य शासन लग जाएगा। भारत सदा के लिए अपने दुश्मनों को न सिर्फ खत्म कर देगा बल्कि भारत का भू भाग पहले की अपेक्षा ज्यादा बढ़ जाएगा। भविष्यवाणी के जानकारों के अनुसार यह समय 2027 से 2028 के बीच का हो सकता है।
- वर्तमान भारत में इन घटनाक्रमों के दौरान भारत का प्रधानमंत्री कौन रहेगा? इसको लेकर बहस चल रही है। भविष्य मालिका के अनुसार उस दौरान भारत का आखिरी राजा एक शक्तिशाली हिन्दू राजा होगा, जो योगी पुरुष होगा और जिसकी कोई संतान नहीं होगी। बहुतों का मानना है कि नरेंद्र मोदी की कोई संतान नहीं है और उन्होंने देश एवं दुनिया में योग को प्रचारित किया है साथ वे खुद भी योग करते हैं तो यह भविष्यवाणी उनके लिए ही है।
- हालांकि बहुतों का मानना है कि भविष्य मालिका में लिखा है कि वह योगी पुरुष होगा। योगी आदित्यनाथ का नाम में ही योगी शब्द जुड़ा हुआ है और वे संत भी हैं साथ ही उनकी भी कोई संतान नहीं है। सबसे बड़ी बात यह कि वे गुरु गोरखनाथ की योग परंपरा से जुड़े हुए हैं। दूसरी बार उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनना और 5 बार सांसद बनना यह संकेत है कि अगले पीएम वही होंगे। कुछ परिस्थितियां ऐसी निर्मित होगी कि योगी को ही पीएम चुना जा सकता है। यदि ऐसा होता है तो मिलिट्री शासन के पहले और भारत के अखंड भारत बनने के पहले वर्तमान भारत के अंतिम प्रधानमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे।
उल्लेखनीय है कि 2014 में नरेंद्र मोदी को पीएम बनने से रोकने के लिए विश्व स्तर पर तमाम प्रयास हुए लेकिन कोई रोक नहीं पाया। उसी तरह 2017 में योगी को सीएम बनने से रोकने की कोशिश भी नाकाम हुई थी। दावा किया जा रहा है कि उन्हें पीएम बनने से विश्व की कोई ताकत नहीं रोक सकती। यह सब मोदी की सोच से ही संभव होगा।
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