हिन्दू पंचांग अनुसार प्रत्येक माह में पांच ऐसे दिन आते हैं जिसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। कहते हैं कि पंचक में लकड़ी एकत्र करना या खरीदना, मकान पर छत डलवाना, शव जलाना, पलंग या चारपाई बनवाना और दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करना अशुभ होता है। परंतु सभी का समाधान भी है।
1. पंचक क्या है : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चन्द्र ग्रह का धनिष्ठा नक्षत्र के तृतीय चरण और शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद तथा रेवती नक्षत्र के चारों चरणों में भ्रमण काल पंचक काल कहलाता है। इस तरह चन्द्र ग्रह का कुम्भ और मीन राशी में भ्रमण पंचकों को जन्म देता है।
वर्ष 2021 में पंचक कब-कब लगेगा?
1.15 जनवरी 2021 से 20 जनवरी 2021 तक
2.12 फरवरी 2021 से 16 फरवरी 2021 तक
3.11 मार्च 2021 से 16 मार्च 2021 तक
4.07 अप्रैल 2021 से 12 अप्रैल 2021 तक
5.04 मई 2021 से 09 मई 2021 तक
6.01 जून 2021 से 05 जून 2021 तक
7.28 जून 2021 से 03 जुलाई 2021 तक
8.25 जुलाई 2021 से 30 जुलाई 2021 तक
9.22 अगस्त 2021 से 26 अगस्त 2021 तक
10.18 सितंबर 2021 से 23 सितंबर 2021 तक
11.15 अक्टूबर 2021 से 20 अक्टूबर 2021 तक
12.12 नवंबर 2021 से 16 नवंबर 2021 तक
13.09 दिसंबर 2021 से 14 दिसंबर 2021 तक
पंचक के प्रकार जानिए:-
1.रविवार को पड़ने वाला पंचक रोग पंचक कहलाता है।
2.सोमवार को पड़ने वाला पंचक राज पंचक कहलाता है।
3.मंगलवार को पड़ने वाला पंचक अग्नि पंचक कहलाता है।
4.शुक्रवार को पड़ने वाला पंचक चोर पंचक कहलाता है।
5.शनिवार को पड़ने वाला पंचक मृत्यु पंचक कहलाता है।
6.इसके अलावा बुधवार और गुरुवार को पड़ने वाले पंचक में ऊपर दी गई बातों का पालन करना जरूरी नहीं माना गया है। इन दो दिनों में पड़ने वाले दिनों में पंचक के पांच कामों के अलावा किसी भी तरह के शुभ काम किए जा सकते हैं।