Tulsi : तुलसी के पौधे की ज्यादा देखरेख करना पड़ती है क्योंकि यह किसी भी नकारात्मक वातावरण या कारण के कारण मुरझाने लगता है। इसे न तो कम पानी दें और न ज्यादा। एकादशी और रविवार को तुलसी को जल अर्पण नहीं करते हैं। इसके पास शिवलिंग या गणेश मूर्ति नहीं रखते हैं। यदि आप चाहते हैं कि आपकी तुलसी हमेशा हरी भरी रहे और घर में धन समृद्धि बनी रहे तो तीन में से कोई एक पौधा इसके पास लगा दें।
हिंदू पुराणों के अनुसार तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है। तुलसी भगवान विष्णु और अतिप्रिय है।
1. केले का पौधा : कहते हैं कि केले का पेड़ जिसके भी घर आंगन में लगा है तो समझो साक्षात विष्णु और लक्ष्मी का वास रहेगा। तुलसी के पास इसे लगाने से एक और जहां तुलसी की सुरक्षा होती है वहीं इसकी उर्जा से तुलसी अच्छे से फलती है। इस प्रयोग से घर में धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और सुख एवं शांति बनी रहती है।
2. चंपा का पौथा : चंपा के फूल अक्सर पूजा में उपयोग किए जाते हैं। चम्पा का वृक्ष मन्दिर परिसर और आश्रम के वातावरण को शुद्ध करने के लिए लगाया जाता है। तुलसी के पास यदिच चंपा या चंपा के पास तुलसी लगी है तो यह सुरक्षित रहेगी। वास्तु शास्त्र के अनुसार चंपा के साथ तुलसी लगाना बेहद शुभ होता है।
3. शमी का पौधा : अगर शमी के पौधे को तुलसी के साथ लगाया जाए तो इससे दुगुना फायदा मिलने लगता है। इस वृक्ष के पूजन से शनि प्रकोप शांत हो जाता है क्योंकि यह वृक्ष शनिदेव का साक्षात्त रूप माना जाता है।
भगवान विष्णु को सबसे प्रिय है तुलसी का पत्ता। भगवान को जब भोग लगाते हैं या उन्हें जल अर्पित करते हैं तो उसमें तुलसी का एक पत्ता रखना जरूरी होता है। तुलसी का पत्ता लगा भोग भगवान तुरंत ग्रहण करते हैं। तांबे के लोटे में एक तुलसी का पत्ता डालकर ही रखना चाहिए। तांबा और तुलसी दोनों ही पानी को शुद्ध करने की क्षमता रखते हैं। दूषित पानी में तुलसी की कुछ ताजी पत्तियां डालने से पानी का शुद्धिकरण किया जा सकता है।