ग्रह गोचर में कुछ ग्रहों का राशि परिवर्तन व्यापक प्रभाव वाला होता है क्योंकि यह ग्रह अधिक समय तक एक ही राशि में विद्यमान रहते हैं। अधिक समय तक एक ही राशि में रहने वालों ग्रह हैं- शनि,राहु-केतु, गुरु। शनि एक ही राशि में ढाई वर्ष, राहु-केतु डेढ़ वर्ष व गुरु एक राशि में करीब एक वर्ष तक गोचरवश रहते हैं। अत: इन ग्रहों के गोचर का जनमानस पर व्यापक असर पड़ता है।
आगामी 18 सितंबर को राहु-केतु अपनी राशि परिवर्तन कर क्रमश: कर्क व मकर राशि में प्रवेश करेंगे। राहु-केतु छाया ग्रह हैं इसलिए ज्योतिष शास्त्र में इनके गोचर को लेकर विद्वानों में मतभेद है। कुछ विद्वान इन्हें गोचर में स्थान नहीं देते लेकिन जब फ़लित में इनकी महती भूमिका होती है तो गोचर में इनकी उपेक्षा करना अनुचित है। आइए जानते हैं कि राहु के गोचर का 12 राशियों के जातकों पर प्रभाव....
मेष- रोग व शत्रुओं में वृद्धि होगी। स्थान परिवर्तन के योग बनेंगे। राज्य की ओर से कष्ट होगा।
वृष- साहस-पराक्रम में वृद्धि होगी। प्रत्येक कार्य में सफ़लता प्राप्त होगी। वाहन सुख प्राप्त होगा। अचल सम्पत्ति की प्राप्ति होगी।
मिथुन- पारिवारिक कलह का वातावरण रहेगा। धन हानि होगी। स्वजनों से विवाद होगा। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी।
कर्क- मानसिक चिन्ता रहेगी। गलत निर्णय के कारण हानि होगी। चोट लगने की सम्भावना है। आर्थिक हानि होगी। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी।
सिंह- पारिवारिक सुख में कमी आएगी। व्यर्थ व्यय के कारण धन हानि होगी। स्वास्थ्य खराब रहेगा। कष्टप्रद यात्राएं होंगी। भाग्य का साथ प्राप्त नहीं होगा।
कन्या- भूमि,भवन,लोहे सम्बन्धी कार्यों से लाभ होगा। आय में वृद्धि होगी। स्त्री जाति से लाभ होगा। पदोन्नति के अवसर प्राप्त होंगे। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
तुला- कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। व्यापार में नुकसान होगा। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी। स्वजनों से विरोध होगा। जीवनसाथी से मतभेद ...
वृश्चिक- रोग व दु:ख में वृद्धि होगी। धार्मिक कार्यों से उच्चाटन होगा। बन्धु-बान्धवों से विवाद होगा। आय व लाभ में कमी होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होगी।
धनु- धन हानि होगी। सम्पत्ति से नुकसान होगा। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी। मान-प्रतिष्ठा की हानि होगी। राजदण्ड का भय होगा।
मकर- जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर मानसिक चिन्ता रहेगी। दाम्पत्य सुख में कमी आएगी। धन हानि होगी। गुप्त रोग के कारण कष्ट रहेगा।
कुम्भ- धन लाभ होगा। शत्रु पराभव होगा। भूमि-भवन से लाभ होगा। वाहन सुख प्राप्त होगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा।
मीन-गलत निर्णयों के कारण हानि होगी। धन हानि होगी। योजनाएं असफ़ल होंगी। पुत्र सुख में कमी आएगी। स्त्री जाति से कष्ट होगा। व्यापार में हानि होगी।
ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया