पंचांग के अनुसार 29 सितंबर 2020 को आश्विन मास में शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को शनि मार्गी हो रहे हैं। इस दिन भौम प्रदोष है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन प्रदोष व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा की जाती है।
जिस राशि पर साढ़ेसाती चलती है, उसका असर साढ़े सात साल तक रहता है। शनि वक्री हो या मार्गी इन उपायों को करके शनि के कुप्रभाव से बचा जा सकता है। 29 सितंबर 2020 को हुए मार्गी शनि के दौरान इन्हें आजमाएं....
शनिवार को तेल दान करना चाहिए। इसके अलावा आप रुद्राक्ष की माला लेकर एक सौ आठ बार 'ॐ शं शनैश्चराय नमः' का जप करें।
शनि भगवान को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी की पूजा करना चाहिए, रोज हनुमान चालीसा का पाठ करें।
शनि भगवान को प्रसन्न करने के लिए सबसे जरूरी है कि किसी प्रकार का कपट अपने मन में न लाएं। किसी पर अत्याचार ना करें और बेवजह किसी को परेशान न करें।
शनि की साढ़े साती से बचने के लिए किसी भी जानवर को न परेशान करना चाहिए और न ही मारना चाहिेए।
शनि की साढ़े साती से बचने के लिए काले कुत्ते को रोटी, काली गाय की पूजा, काली चींटी को आटा, काली मछली को आटे की गोली खिलानी चाहिए।
शनिवार के दिन सुबह उठकर होकर स्नान करें, उसके बाद एक कटोरी तेल से भरें और उस तेल में अपना चेहरा देखें और फिर उस तेल को शनिवार को ही किसी गरीब या जिसे जरूरत हो उसे दान कर दें। सूर्यास्त के समय पीपल के पेड़ के पास दिया जलाएं।