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जिन राशियों पर है शनि की साढ़ेसाती, पलटने वाले हैं उनके दिन

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WD Feature Desk

, सोमवार, 14 अप्रैल 2025 (12:02 IST)
Effects Of Shani & Sade Sati: 29 मार्च 2025 से मेष राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती प्रारंभ हो गई है। मीन राशि वाले जातकों पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण प्रारंभ हुआ है, वहीं कुम्भ राशि वाले जातकों पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण प्रभावशील रहेगा। 29 मार्च से धनु एवं सिंह राशि वाले जातक वर्षपर्यंत शनि की ढैय्या से प्रभावित रहेंगे।ALSO READ: शनि के राशि बदलते ही शेयर बाजार में मची तबाही और अब अतिचारी गुरु करेंगे 6 बड़े धमाके!
 
1. मेष राशि: शनि के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाएगा। इस दौरान आर्थिक, शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यदि आपने अपने कर्म अच्‍छे रखे और शनि के मंदे कार्यों से दूरी बनाकर रखी तो शनि आपको लाभ देगा। ऐसा लाभ देगा कि आपने कभी सोचा नहीं होगा। शनि आपको छप्पर फाड़कर देगा।
 
2. कुंभ राशि: शनि के मीन राशि में जाने से कुंभ राशि पर साढ़ेसाती का तीसरा और अंतिम चरण शुरू होगा। हालांकि शनि के कुंभ में रहते आपको ज्यादा परेशानी नहीं उठाना पड़ी होगी परंतु अब अंतिम चरण में लाभ या हानि आपके कर्मफल पर निर्भर करती है। यदि अच्छे कर्म नहीं किए होंगे तो इस दौरान जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन बीच-बीच में शनि की कृपा से स्थिति में सुधार भी होगा। हालांकि कुंभ राशि शनि की खुद की राशि है जिस पर शनि की कृपा बनी रहती है। ALSO READ: शनि का मीन राशि में परिवर्तन, जानें 12 राशियों पर प्रभाव, करें ये उपाय
 
3. मीन राशि: मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण प्रारंभ होगा, जो सबसे कष्टकारी माना जाता है। यदि कर्म अच्छे हैं तो डरने की जरूरत नहीं। हालांकि इस अवधि में जीवन में कई बदलाव और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप शनि के मंदे कार्य से दूर रहते हैं तो यह समय आपकी किस्मत पलटने वाला सिद्ध हो सकता है क्योंकि इस दौरान शनिदेव स्वयं आपकी राशि में विराजमान रहेंगे। ऐसे में आपको हनुमानजी की शरण में रहना चाहिए।
 
शनि के 5 अचूक उपाय- shani ke achuk upay:-
1. मंगलवार के दिन हनुमानजी को चोला अर्पित करें और गुड़, चना और मसूर की दाल का दान करें।
2. शनिवार के दिन शनिदेव को छाया दान करें।
3. गुरुवार के दिन गुरु का दान करें और गुरुवार का उपवास करें।
4. शनिवार के 10 दिव्यांग लोगों को भोजन कराएं। 
5. कौवे, मछली, चींटी और मुर्गे को दाना डालें या कुत्ते को प्रतिदिन भोजन कराएं।

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