शनिवार की प्रकृति दारुण है। यह भगवान भैरव और शनि का दिन है। समस्त दुःखों एवं परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए शनिवार के दिन उपवास रखना चाहिए। शनि हमारे जीवन में अच्छे कर्म का पुरस्कार और बुरे कर्म के दंड देने वाले हैं। कहते हैं कि जिसका शनि अच्छा होता है वह राजपद या राजसुख पाता है। तो आओ जानते हैं कि शनिवार के दिन कौनसे कार्य नहीं करना चाहिए।
ये कार्य न करें :
1. शनिवार को शराब पीना सबसे घातक माना गया है। इससे आपके अच्छे-भले जीवन में तूफान आ सकता है।
2. पूर्व, उत्तर और ईशान दिशा में यात्रा करना मना है। खासकर पूर्व दिशा में दिशाशूल रहता है तो जरूरी हो तो अदरक खाकर ही यात्रा करें। इससे पहले पांच कदम उल्टे पैर चलें।
3. लड़की को शनिवार के दिन ससुराल नहीं भेजना चाहिए।
4. शनिवार के दिन तेल, लकड़ी, कोयला, नमक, लोहा या लोहे की वस्तु क्रय करके नहीं लानी चाहिए वर्ना बिना बात की बाधा उत्पन्न होगी और अचानक कष्ट झेलना पड़ेगा।
6. इस दिन बाल कटना या नाखून काटना भी वर्जित माना जाता है।
7. इस दिन नमक, तेल, चमड़ा, काला तिल, काले जुते, लोहे का सामान नहीं खरीदना चाहिए। नमक खरीदने से कर्ज बढ़ता है। कलम, कागज और झाड़ू खरीदने से भी बचना चाहिए।
8. शनिवार को दूध और दही का सेवन करने से बचना चाहिए। पीना ही हो तो इसमें हल्दी या गुड़ मिला लें। इस दिन बैंगन, आम का अचार और लालमिर्च खाने से भी बचना चाहिए।
9. इस दिन झूठ बोलने से भी नुकसान उठान पड़ सकता है। वैसे ये कार्य तो किसी भी दिन नहीं करना चाहिए।
10. किसी भी गरीब, मेहतर, अंधे, अपंग और किसी मजबूर महिला का किसी भी तरह से अपमान ना करें। वैसे ये कार्य तो किसी भी दिन नहीं करना चाहिए।