Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

महाशिवरात्रि पर क्या अर्पित करें शिव जी को, जानिए...

Advertiesment
हमें फॉलो करें Shiv Pujan samagri
* जानिए महाशिवरात्रि पर शिव आराधना में क्या न चढ़ाएं... 
 
चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव हैं। अत: ज्योतिष शास्त्रों में इसे परम शुभ फलदायी कहा गया है। वैसे तो शिवरात्रि हर महीने में आती है, परंतु फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को ही महाशिवरात्रि कहा गया है। 
 
ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य देव भी इस समय तक उत्तरायण में आ चुके होते हैं तथा ऋतु परिवर्तन का यह समय अत्यंत शुभ कहा गया हैं। शिव का अर्थ है कल्याण। शिव सबका कल्याण करने वाले हैं। अत: महाशिवरात्रि पर सरल उपाय करने से ही इच्छित सुख की प्राप्ति होती है।
 
चंद्रमा शिव के मस्तक पर सुशोभित है। अत: चंद्र देव की कृपा प्राप्त करने के लिए भगवान शिव को प्रसन्न किया जाता है। महाशिवरात्रि शिव की प्रिय तिथि है। अत: प्राय: ज्योतिषी शिवरात्रि को शिव आराधना कर कष्टों से मुक्ति पाने का सुझाव देते हैं। 
 
प्रिय वनस्पति-

रुई, पीला कनेर, बिल्वपत्र, शमी पत्र, कमल, बकुल, धतूरा सभी तरह के सुगंधी फूलों के साथ नीलकमल विशेष प्रिय हैं।
 
क्या न चढ़ाएं-

टेसू के फूल, दूब, मधुमालती, तुलसी, भृंगराज, जूही, लालजवाकुसुम, लाल कनेर और केवड़ा।
 
शिव आदि-अनादि है। सृष्टि के विनाश व पुन:निर्माण के बीच की कड़ी है। प्रलय यानी कष्ट, पुन:निर्माण यानी सुख। अत: शिव को सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य, वैभव, सौभाग्य एवं कल्याण का प्रतीक मानकर महाशिवरात्रि पर अनेक प्रकार के पूजन, व्रत और अनुष्ठान करने की बात कही गई है।



Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति पाना है तो अवश्य करें महाशिवरात्रि का व्रत...