सावन मास की अमावस्या और पूर्णिमा तिथि का बहुत महत्व होता है। श्रावण अमावस्या को हरियाली अमावस्या भी कहते हैं। श्रावण अमावस्या 8 अगस्त 2021 रविवार के दिन है। इस दिन व्यातीपात और वरियान योग साथ में पुष्य नक्षत्र रहेगा। आओ श्रावण अमावस्या के 10 सरल उपाय।
1. पितृदोष से मुक्ति का उपाय : इस दिन यदि पितृदोष से मुक्त होना है तो पितरों के निमित्त नदी के तट पर तर्पण आदि कर्म करें। इस दिन पितृसूक्त पाठ, गीता पाठ, गरुड़ पुराण, गजेंद्र मोक्ष पाठ, रुचि कृत पितृ स्तोत्र, पितृ गायत्री पाठ, पितृ कवच का पवित्र पाठ या पितृ देव चालीसा और आरती करें।
2. धन समृद्धि हेतु मछलियों को दाना डालें : इस दिन किसी नदी या तालाब में जाकर मछली को आटे की गोलियां खिलाने से धन-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
3. आकस्मिक संकट से बचने के लिए : इस दिन घर के आसपास चींटियों को सूखे आटे में चीनी मिलाकर खिलाने से संभी तरह के संकट दूर होते हैं।
4. पौधा रोपण करना शुभ : श्रावणी अमावस्या के दिन पौधा रोपड़ का बहुत महत्व होता है। इस दिन देववृक्ष पीपल, बरगद, केला, नींबू, तुलसी आदि का वृक्षारोपण करना शुभ माना जाता है।
5. बाधाओं से मुक्ति हेतु हनुमान पूजा : इस दिन सभी तरह की अला बला या उपरी बाधाओं से मुक्ति हेतु हनुमान मंदिर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं।
6. दीपदान करें : इस दिन आटे के दीपक जलाकर नदी में प्रवाहित करने से पितृदेव और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
7. शनि दोष से मुक्ति हेतु : इस दिन शनिदेवजी के मंदिर में विधि अनुसार दीपक लगाने से वे प्रसन्न होते हैं और शनि पीड़ा से मुक्ति मिलती है।
8. सुख समृद्धि हेतु : इस अमावस्या की रात्रि में पूजा करते समय पूजा की थाली में स्वास्तिक या ॐ बनाकर और उसपर महालक्ष्मी यंत्र रखें फिर विधिवत पूजा अर्चना करें, ऐसा करने से घर में स्थिर लक्ष्मी का वास होगा और आपको सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी।
9. गीता पाठ करें : इस अमावस्या के दिन श्रीविष्णु के मंत्रों का जाप और श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ करें। इससे जीवन की सभी तरह की समस्याओं के अंत हो जाएगा।
10. मनोकामना पूर्ति हेतु : भगवान शिव को सफेद आंकड़े के फूल, बिल्व पत्र और भांग, धतूरा चढ़ाएं। इस दिन भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से करना चाहिए। शिवजी के आशीर्वाद से सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होगी।