धार्मिक शास्त्रों के अनुसार सोमवार (Monday) का दिन कैलाशपति शिव शंकर (Lord Shiv) यानी भगवान शिव को प्रसन्न करने का दिन माना जाता है। शिव देवों के देव, महादेव कहलाते हैं। अगर आप जीवन में किसी भी परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं तो सोमवार के दिन भगवान शिव का अभिषेक-पूजन, शिव मंत्रों का जाप तथा निम्न सामग्री दान करके मनचाहे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। यहां पढ़ें 10 शुभ उपाय (Lord Shiva Remedies), 10 दान (Daan Samgri) और 5 मंत्र (Shiv Mantra) -
सोमवार के 10 सरल उपाय-Somvaar Ke Upay
1. सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नहाने के पानी में कुछेक मात्रा में काले तिल डालकर स्नान करें।
2. जल या गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करें।
3. आज के दिन सफलता प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाएं।
4. अगर शिव मंदिर जाना संभव न हो तो कार्य के लिए घर से निकलने के पहले दूध या पानी पी लें।
5. काम में दिक्कत या नौकरी में परेशानियां आ रही हैं तो सोमवार के दिन दूध-चावल की खीर बनाकर शिव जी को चढ़ाएं तथा उसे गरीबों में बांट दें। इससे पुण्य तो मिलेगा ही, साथ ही कार्यों में सफलता भी प्राप्त होगी।
6. सफेद रूमाल साथ रखें।
7. सफेद फूल शिव जी को चढ़ाएं।
8. अपनी विशेष मनोकामना की पूर्ति हेतु दूध, दही, घी, शहद, काले तिल, आदि (इनमें से किसी एक चीज से) शिवजी का अभिषेक करें।
9. घर से बाहर या कार्य पर जाते समय 'ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: सोमाय नम:' मंत्र बोल कर प्रस्थान करें।
10. जिन लोगों को बहुत ज्यादा गुस्सा आता है उन्हें मन की शांति के लिए सोमवार के दिन चांदी में मोती धारण करना चाहिए।
सोमवार के 10 दान- Somvar ke Daan
सोमवार को सफेद वस्तुओं का दान करें-
1. चावल
2. दूध
3. चीनी
4. सफेद कपड़ा या सिले हुए वस्त्र।
5. नंदी बैल को हरा चारा खिलाएं।
6. चांदी
7. गरीबों को भोजन कराएं।
8. चींटियों को शकर का बूरा मिला आटा खिलाएं।
9. सफेद गाय को रोटी और गुड़ खिलाएं।
10. मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं।
सोमवार के मंत्र-Monday Mantras
1. ॐ शिवाय नम:
2. 'ॐ ह्रीं जूं सः भूर्भुवः स्वः,
ॐ त्र्यम्बकं स्यजा महे
सुगन्धिम्पुष्टिवर्द्धनम्।
उर्व्वारूकमिव बंधनान्नमृत्योर्म्मुक्षीयमामृतात्
ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।
3. ॐ ह्रीं नमः शिवाय ह्रीं ॐ।
4. ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।।
5. ॐ मृत्युंजय महादेव त्राहिमां शरणागतम
जन्म मृत्यु जरा व्याधि पीड़ितं कर्म बंधनः।