इस माह अर्थात अक्टूबर 2021 में शुक्र, बुध, मंगल और सूर्य का राशि परिवर्तन है। वहीं शनि और बृहस्पति अपनी चाल बदलेंगे। ऐसे में सूर्य और बुध का राशि परिवर्तन महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
1. सूर्य : सूर्य ग्रह 17 सितंबर से कन्या राशि में है। 17 अक्टूबर को दोपहर 1:00 बजे तुला में प्रवेश करेगा जहां वह 16 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक रहेगा।
2. बुध : 2 अक्टूबर को वक्री बुध ग्रह तुला से लौटकर अपनी कन्या राशि में पहुंच गए हैं। 18 अक्टूबर को वे इसी राशि में मार्गी होंगे। 21 नवंबर को वृश्चिक में जाएंगे।
3. बुधादित्य योग : इस वक्त सूर्य और बुध एक साथ ही कन्या राशि में गोचर कर रहे हैं। सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य योग बनता है।
कन्या : बुधादित्य योग कन्या राशि में बन रहा है। इस योग से राजयोग बनता है, परंतु बुधादित्य योग जब वृष, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ लग्न में हो तो व्यक्ति प्रभावशाली होता है। हालांकि इस योग से क्या राशि वालों को महालाभ होने वाला है।
क्या में यह युति होने से कन्या राशि वाले को भी लाभ मिलेगा। इसके कारण निवेश में लाभ होगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। मानसिक चिंताएं कम होगी। नौकरी में प्रमोशन के योग और व्यापार में सुधार होगा। कन्या राशि वाले जातकों के लिए यह माह जीवनसाथी की उन्नति वाला रहेगा। व्यापार ठीक-ठीक रहेगा। कृषि क्षेत्र में मध्यम लाभ मिलेगा। नौकरी में साथियों से सहयोग प्राप्त होगा। माता की तीर्थयात्रा होने के योग हैं। संतान से परेशानी आएगी। आसपास के माहौल में अजीब-सा महसूस होगा। किसी अनजान से धोखा हो सकता है। दोस्त से रास्ते खुलेंगे।
क्या राशि में सूर्य कर्मभाव में विराजमान है। कर्मभाव में मकर राशि पड़ती है और यह शनि का घर है। दूसरी ओर चतुर्थभाव में सूर्य और बुध की दृष्टि होने से चंद्र राशि के जातकों भी इसका लाभ मिलेगा। चंद्र राशि कर्क है। सूर्य सिंह राशि का स्वामी है और बुध कन्या के साथ ही मिथुन राशि का स्वामी भी है। अत: उपरोक्त सभी राशियों पर सूर्य और बुध का प्रभाव रहेगा। इसके साथ ही इस परिवर्तन से धनु और तुला राशि के जातक भी प्रभावित होंगे। कुल मिलाकर कन्या, धनु, वृश्चिक और तुला के लिए यह माह सबसे अधिक अच्छा रहेगा।