प्रतिवर्ष ज्योतिष के पंचांग निकलते हैं जिसमें पूरे वर्ष के भविष्य का लेखा जोखा रहता है। यह ग्रह नक्षत्रों और संवत्सर के आधार पर संभावित घटनाक्रम और मौसम की भविष्यवाणी करते हैं। पंचांग के दो मुख्य प्रकार हैं- सायण पंचांग और निरयण पंचांग। इसी के आधार पर देशभर से कई पंचांग निकलते हैं जिसमें से विक्रमी, ओड़िया, तमिल, बंगाली, ऋषि और मलयालम आदि पंचांग प्रसिद्ध हैं। वार, तिथि, नक्षत्र, करण और योग को मिलाकर ही पंचांग बनता है। एक हिंदू पंचांग सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें अहमदाबाद प्लेन कैश की भविष्यवाणी पहले से कर दी गई थी। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
उत्तर भारत में काशी पंचांग और हृषिकेश पंचांग इतने ज्यादा चलन में हैं कि इन्ही के माध्यम से सभी पुरोहित लोग शादी, जन्म कुंडली और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए मुहूर्त निर्धारित करते हैं। इसी आधार पर सभी मंगल कार्य संपन्न होते हैं। इसके अलावा दक्षिण भारत में तमिल, मलयालम, कन्नड़ आदि पंचांग भी प्रकाशित होते हैं। मध्य भारत में इंदौर, जबलपुर और भोपाल से भी पंचांगों का प्रकाशन होता है। यह सत्य है कि काशी हृषिकेश सहित अनेक पंचांगों में वर्ष 2025 और 26 अर्थात विक्रमी और शक संवतों के लिए प्रत्येक पल की पूरी जानकारी प्रकाशित है। ऐसा प्रत्येक एक वर्ष के लिए यह प्रकाशन होता है किन्तु प्रश्न यह है कि केवल पुरोहितों के अलावा इसे पढ़ता कौन है। वायरल भविष्यवाणी इन्हीं एक में से कोई पांचांग की है।
एयर इंडिया विमान क्रैश:
एयर इंडिया का एक विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। उस विमान में 242 यात्री सवार थे। उड़ान भरने के कुछ मिनटों में ही यह विमान क्रैश हो गया और 241 यात्रियों की मौत हो गई, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस बात की जानकारी पंचांग में पहले से ही दी हुई थी। एक पंचांग की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें साफ लिखा है कि इस वर्ष वायुयान को लेकर कोई अशुभ सूचना प्राप्त हो सकती है। एक दूसरे पंचांग गणेश आपा के पंचांग में जनहानि की बात सामने आ रही है, लेकिन जिस पंचांग में वायुयान का जिक्र है वह कौन सा पंचांग है यह बता पाना कठिन है क्योंकि वायरल हो रही तस्वीर में पंचांगकर्ता का उल्लेख नहीं है। यह किसी पंचांग की कटिंग है।
वायरल में क्या लिखा है?
कोई सा भी पंचांग चैत्र माह से प्रारंभ होकर अगले चैत्र माह पर समाप्त होता है। पंचांग के आधार पर ही ज्योतिषीय गणना को किया जाता है। भविष्य के अनुमान लगाने की जो सबसे निकटतम विधि है वही ज्योतिष है और ज्योतिष का मूल आधार पंचांग होता है, जो पंचांग वायरल हो रहा है जिसमें कहा गया है कि इस वर्ष वायुयान को लेकर कोई अशुभ सूचना प्राप्त हो सकती है। या फिर आकाश मंडल में किसी दूसरे के यान के प्रवेश करने से तनावकारक स्थिति से वायुयान पतन स्थल पर निर्मित हो सकती है। आने वाले समय में राजा को कोई ठोस निर्णय लेना पड़ सकते हैं। व्यापारिक समझौते टूटने जैसे योग भी बन रहे हैं। कोई देश अपने देश को हानि पहुंचाने की कोशिश करेगा परंतु उल्टा उसी देश की हानि होने के योग बन रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ विद्वानों के अनुसार यह ऋषि पंचांग है।
विक्रम संवत का पंचांग:
यदि हम विक्रम संवत का पंचांग देखते हैं तो विक्रम संवत 2082 चल रहा है जिसके सिद्धार्थ नामक संवत्सर के अंतर्गत राजा औ मंत्री सूर्य होंगे। इसके कारण वर्षा कम होगी और महंगाई बढ़ेगी। जनता को पीड़ा होगी। विश्व में शासक वर्ग अनुशासित व्यवहार करेगा। बुध के धनेश होने से विश्व में रोजगार बढ़ेगा, व्यापारियों को लाभ होगा। आयात-निर्यात में वृद्धि होगी। शुक्र के रसेश होने से खाद्य पदार्थों के उत्पादन में वृद्धि भी होगी। विश्व में कहीं-कहीं अतिवृष्टि होगी। विश्व का शासन कुछ अप्रिय घटनाओं को छोड़कर अंततोगत्वा शांतिपूर्ण ढंग से संचालित होगा।
वर्तमान में विक्रम संवत 2082 के अंतर्गत कालयुक्त सिद्धार्थ संवत्सर चल रहा है। इस संवत्सर को भौतिक दृष्टि से अच्छा नहीं माना जा रहा है। यह मुख्य रूप से जलवायु पर प्रभाव डालेगा और देश एवं दुनिया में अशांति और असंतोष का माहौल रहेगा। घटना दुर्घटना के साथ कुछ जगहों पर छिटपुट युद्ध भी होते रहेंगे जो भविष्य की नींव रखेंगे। यह वर्ष 2025 चल रहा है यानी वर्ष 2026 के अप्रैल तक देश और दुनिया में अनिश्चितता की स्थिति रहेगी। भारत की बात करें तो यह उसके लिए वैश्विक स्तर पर दोस्त और दुश्मनों की पहचान करके उन्हें अलग देखने का वर्ष रहेगा। भारत में भीतरी हालात की बात करें तो चारों ओर मरघट जैसी शांति रहेगी। एक के बाद एक हादसे होते रहेंगे।