वट सावित्री के व्रत का प्रारंभ ज्येष्ठ माह की अमावस्या होता है और इसका समापन ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन होता है। दक्षिण के मान से 3 जून को और उदयातिथि के मान से 4 जून को वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा। महिलाएं यह व्रत अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं, परंतु आर्थिक तंगी दूर करने के लिए इस दिन मात्र 5 उपाय कर लेंगे तो धन की आवक बढ़ जाएगी।
पूर्णिमा तिथि:-
3 जून 2023 को 11:18:24 से पूर्णिमा आरम्भ।
4 जून 2023 को 09:12:41 पर पूर्णिमा समाप्त।
1. पहला उपाय : इस दिन तांबे के एक लोटे में पानी भरकर उसमें कच्चा दूध मिलाकर एक बताशा डालें और उसे जल को पीपल के पेड़ में अर्पित करें दें। रुका हुआ धन प्राप्त होगा और व्यापार में भी लाभ होगा।
2. दूसरा उपाय : माता लक्ष्मी के चित्र या मूर्ति के समक्ष 11 कौड़ियां को अर्पित करें और उस पर हल्दी से तिलक लगाएं। इसके पश्चात दूसरे दिन सुबह इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रख दें। इससे आर्थिक तंगी दोर होगी।
3. तीसरा उपाय : पति पत्नी दोनों मिलकर इस दिन व्रत रखें और चंद्र देव को दूध से अर्ध्य दें। इससे इससे उनके जीवन में आ रही सभी बाधाएं दूर होगी।
4. चौथा उपाय : वट के वृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु व महेश तीनों का वास है। इसलिए इस दिन वट वृक्ष की विधिवत पूजा करके परिक्रमा करेंगे तो घर में सुख-शांति, और धनलक्ष्मी का वास होगा।
5. पांचवां उपाय : कर्ज से मुक्ति के लिए 11 दिनों तक शाम के समय बरगद के पेड़ के पास आटे का चौमुखा दीपक बनाकर उसमें घी डालकर बत्ती लगाएं। ऐसा करने से कर्ज मुक्ति मिलेगी और आर्थिक तंगी दूर होगी।