Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

Weekly Muhurat 2021 : नए सप्ताह के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, यहां जानिए

हमें फॉलो करें Weekly Muhurat 2021 : नए सप्ताह के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, यहां जानिए
webdunia

पं. हेमन्त रिछारिया

(साप्ताहिक मुहूर्त 23 अगस्त से 29 अगस्त 2021 तक) 
 
आपका आने वाला नया सप्ताह मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए सप्ताह के 7 दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप इन 7 दिनों में वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए इस सप्ताह के अंतर्गत आनेवाले प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है। 
 
23 अगस्त 2021, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-शतभिषा
योग (सूर्योदयकालीन)-अतिगण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल- प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-अशून्य शयन व्रत/जातकर्म/नामकरण मुहूर्त
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में बताशे चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 
24 अगस्त 2021, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण  
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-सुकर्मा
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-फलद्वितीया/त्रिपुष्कर योग/भद्रा
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में बूंदी के लड्डू चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

25 अगस्त 2021, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-शूल
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-गणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 9:08)/ कज्जली तीज व्रत
यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-गणेश मंदिर में दूर्वा की माला अर्पित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 
26 अगस्त 2021, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती
योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण  
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/पंचक समाप्त/मूल प्रारंभ/वाहन क्रय मुहूर्त
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-मंदिर में सवा किलो चना दाल अर्पित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 
27 अगस्त 2021, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अश्विनी
योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-मूल समाप्त/सर्वार्थसिद्धि योग/बुध गोचर
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर में चांदी का गहना अर्पित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 
28 अगस्त 2021, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
संवत्सर नाम-आनन्द
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-भरणी
योग (सूर्योदयकालीन)-ध्रुव
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल- प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित 
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-हलषष्ठी (हरछठ)/भद्रा/रवियोग
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-काले तिल मिश्रित जल से स्नान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 
29 अगस्त 2021, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृतिका
योग (सूर्योदयकालीन)-ध्रुव
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल- पश्चिम 
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित 
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/देवदर्शन
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-केसरयुक्त जल से स्नान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

23 अगस्त : दुनिया की पहली बाइबिल छपी थी, जानिए गुटेनबर्ग बाइबिल की 10 बातें