Muhurat 25 to 31 May 2020
आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए सप्ताह के 7 दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप इन 7 दिनों में वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए इस सप्ताह के अंतर्गत आनेवाले प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है।
25 मई 2020, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- उत्तरायण,
मास- ज्येष्ठ
पक्ष- कृष्ण
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु- ग्रीष्म
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)- तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- मृगशिरा
योग (सूर्योदयकालीन)- धृति
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)- वृषभ
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल- प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-नवतपा प्रारंभ/अमृतसिद्धि योग
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र- ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय- जरूरतमंदों में लस्सी बांटे।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
26 मई 2020, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- उत्तरायण
मास- ज्येष्ठ
पक्ष- शुक्ल
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु- ग्रीष्म
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-गंड
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)- वृषभ
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-भद्रा
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय- हनुमान मंदिर में जलेबी चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
27 मई 2020, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- उत्तरायण
मास- ज्येष्ठ
पक्ष- शुक्ल
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु-ग्रीष्म
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)- वृद्धि
करण (सूर्योदयकालीन)- बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)- वृषभ
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त- मूल प्रारंभ/ वक्री गुरु
यात्रा शकुन- हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में साबुत मूंग दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
28 मई 2020, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- उत्तरायण
मास- ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु- ग्रीष्म
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-ध्रुव
करण (सूर्योदयकालीन)- कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)- वृषभ
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-गुरुपुष्य संयोग
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय- किसी ब्राह्मण को सवा किलो आम दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
दिनांक- 29 मई 2020, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-आश्लेषा
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु- ग्रीष्म
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)- सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आश्लेषा
योग (सूर्योदयकालीन)- व्याघात
करण (सूर्योदयकालीन)- गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)- वृषभ
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-मूल समाप्त/कर्णभेद मुहूर्त
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में छेने से बनी मिठाई चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
30 मई 2020, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- उत्तरायण
मास- ज्येष्ठ
पक्ष- शुक्ल
संवत्सर नाम-प्रमादी
ऋतु- ग्रीष्म
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मघा
योग (सूर्योदयकालीन)-हर्षण
करण (सूर्योदयकालीन)- विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)- वृषभ
शुभ समय- प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल- प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त (रात्रि 10:32 मि. पश्चिम में)
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-शुक्र का तारा अस्त
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय- शनि मंदिर में इमरती चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
31 मई 2020, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- उत्तरायण,
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु- ग्रीष्म
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)- वृषभ
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल- पश्चिम
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थ सिद्धि योग/अमृत योग
यात्रा शकुन- ईलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय- मंदिर में बेल का शर्बत अर्पित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन- उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है। पंचांग भेद होने पर तिथि/ मुहूर्त/ समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र